आज,25 सितंबर है। आज के ही दिन अच्छी नीयत, सफल नीति और कुशल नेतृत्व के यथार्थ आदर्श स्वर्गीय दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म 1916 में हुआ था।उनकी पूरी जीवनी पढ़ने के उपरांत मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मात्र एक सफल चिंतक ही नहीं थे अपितु संगठनकर्ता भी थे।वे एकात्मक मानववादी तथा अन्त्योदय के जन्मदाता भी थे। उनके खुले विचार समावेशी थे। लेकिन बड़े ही दुख के साथ कहना पड़ता है कि भारतीय जनसंघ और बाद में भारतीय जनता पार्टी के प्रवर्तक की हत्या 11फरवरी,1968 में मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर रात के पवने चार बजे कर दी गई। मेरा ऐसा मानना है कि अगर वे आज ज़िन्दा रहते तो विश्व मंच पर भारत राष्ट्र का नक्शा ही कुछ विशेष रहता। उनकी आज पावन जयंती पर उनको हार्दिक श्रद्धांजलि और उनके अंत्योदय कार्यक्रम को संकल्पित भाव से आगे बढ़ाने की प्रतिज्ञा के साथ -अशोक पाण्डेय.
आज,25 सितंबर है। आज के ही दिन अच्छी नीयत, सफल नीति और कुशल नेतृत्व के यथार्थ आदर्श स्वर्गीय दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म 1916 में हुआ था।
