आपका आचार- विचार और व्यवहार अति प्रशंसनीय होना चाहिए।
हमारी सनातनी श्रुतियों में जीवन की पवित्रता के लिए अच्छे चरित्र निर्माण की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है। और उसके अनुसार आप निश्चित रूप से अपने आचार -विचार और व्यवहार को इस पवित्रतम कार्तिक मास में बदलें!
आपका आजका दिन सुमंगल हो!
इसी मंगल कामना के साथ
-अशोक पाण्डेय









