आपके जीवन की सच्चाई यह है कि आपको नींद अच्छी आती है और कोई भी आपकी निन्दा कर आपको विचलित नहीं कर सकता है।
जिस प्रकार आपके पास प्रशंसा की कला है, सुमधुर बोलने की कला है,देने की कला है और अन्न ब्रह्म अर्थात् खाने की भी अद्भुत कला है।
आप प्रातः स्मरणीय, दर्शनीय,वंदनीय और अनुकरणीय दिव्य पुरुष हैं।
जय हो पवनपुत्र हनुमान जी की!








