21 अप्रैल को शाम 7:00 बजे उत्कल अनुज हिंदी पुस्तकालय भुवनेश्वर के मुख्य संरक्षक श्री सुभाष जी भूरा ,सचिव श्री किशन भाई खंडेलवाल ,संगठन सचिव श्री अशोक पाण्डेय तथा अन्य दो आमंत्रित विशिष्ट मेहमानों की उपस्थिति में मर्यादा पुरुषोत्तम राम की तस्वीर की पूजा वाचनालय में की गई ।अपने संबोधन में श्री पांडेय ने बताया कि भगवान श्री राम इस धरती पर अवतार लिए ब्राह्मणों के हित के लिए ,गायों के हित के लिए ,देवताओं के हित के लिए तथा संतों के हित के लिए । वे माता कौशल्या की गोद में अपने मर्यादा पुरुषोत्तम रूप में प्रगट हुए। इसीलिए तुलसीदास जी ने कहा है -भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी । मां कौशल्या ने भगवान श्रीराम के उस रूप को देखकर डर गई और उनसे यह निवेदन की कि हे प्रभु मेरी इच्छा है कि आप अपने बाल रूप का मुझे दर्शन दे जिससे मैं आपके वात्सल्य का सुख भोग सकूं। कुछ ही देर के बाद बालक भगवान श्री राम कौशल्या जी के गोद में रोते हुए नवजात शिशु के रूप में दीखे। श्री पांडे ने यह भी बताया कि आज वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचने का एक ही उपाय है कि हम 2 गज की दूरी बनाए रखें ! अपने चेहरे पर हमेशा मास्क लगाए रखें !एहतियात के तौर पर डॉक्टर द्वारा सुझाए गए विचारों को अमल में लाएं और भगवान श्री राम की याद करते रहें।अंत में भाई किशन खंडेलवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
अशोक पांडे









