भुवनेश्वरः31अक्टूबरःअशोक पाण्डेयः
बिस्वास,भुवनेश्वर द्वारापहली बारन्यू वाली यात्रा कुआखाई छठघाट पर आयोजित दो दिवसीय सामूहिक अर्घ्य अर्पण कार्यक्रम31अक्टूबर को भोर में उदीयमान सूर्य और छठ मैया को व्रतधारियों द्वारा सामूहिक अर्घ्य अर्पण के साथ संपन्न हो गया।आज भोर में ही बिस्वास संस्था द्वारा चार दिवसीय छठ महापर्व का ठेकुआ प्रसाद भी आमंत्रित तथा आगत लोगों को प्रदान किया गया। इसप्रकार इस वर्षः2022 के प्रकृति उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व सुखद यादों के साथ समाप्त हो गया। गौरतलब है कि महापर्व के पहले दिन,28अक्टूर को नहाय-खाय का पालन हुआ।दूसरे दिन 29 अक्टबर को खरना। तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्यदेव को शाम का सामूहिक अर्घ्य दिया गया तथा 31अक्टूबर को आज भोर का सुंदर अर्घ्य अर्पण कार्यक्रम रहा। भोर के अर्घ्य के समय भी सैकडों छठव्रती तथा हजारों उनके शुभचिंतकों आदि ने हिस्सा लिया और उदीयमान सूर्य को तथा उनकी बहन छठ मैया को कुआखाई छठघाट पर जल में पूर्व दिशा में मुंहकर खडे होकर श्रद्धा और विश्वास सहित अर्घ्य दिया। छठव्रतियों ने घाट ही पारना किया अर्थात् उपवास के बाद अन्न-जल ग्रहण किया। छट का ठेकुआ प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन के अंत में बिस्वास के सचिव चन्द्रखेखर सिंह ने मीडिया को यह जानकारी दी कि 30 अक्टूबर कोडूबते हुए सूर्य का अर्घ्य देना अपने अतीत को बचाने की प्रार्थना भगवान सूर्यदेव और छठमैयै से थी जबकि आज भोर के समय उदीयमान सूर्यदेव तथा छठमैया को अर्घ्य अर्पण उनसे प्रार्थना अपने भविष्य को बचाने की थी। दोनों देव-देवियां छठव्रतियों के व्यक्तिगत,पारिवारिक तथा सामाजिक जीवन में सुख-शांति,मैत्री और सौहार्द दें यही कामना विस्वास भुवनेश्वर भी उन दोनों देव-देवियों से करता है। आयोजन को सफल बनाने में बिस्वास के सभी पदाधिकारियों तथा सदस्यों का रहा।एलोक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया का सहयोग अति प्रशंसनीय रहा यह बात भी श्री चन्द्रशेखर सिह ने बतायी। उन्होंने आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय प्रशासन,भुवनेश्वर महानगर निगम तथा पुलिस प्रशासन के सहयोग के लिए भी बिस्वास की ओर से आभार जताया।
अशोक पाण्डेय
उदीयमान सूर्य को भोर के अर्घ्य के साथ बिस्वास द्वारा आयोजित दो दिवसीय सामूहिक अर्घ्य अर्पण कार्यक्रम हुआ संपन्न
