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ओडिशा के महामहिम राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल द्वारा श्री सुभाष गुप्ता,डा विजय खण्डेलवाल,श्रीमती ललिता अग्रवाल, श्री रक्षित नायक तथा श्री हरि प्रसाद भारती आदि समेत अनेक विभूतियों को चिंता-व-चेतना राष्ट्रीय सम्मानः2020 से सम्मानित

“ पूरे विश्व के मालिक जगन्नाथजी हैं और वे उत्कल क्षेत्र में विराजमान हैं।“–मुख्य अतिथि,प्रोफेसर गणेशीलाल ,राज्यपाल
भुवनेश्वरः29नवंबरःअशोक पाण्डेय

29नवंबर को दिन के 11.30बजे भुवनेश्वर राजभवन में चिंता-व-चेतना राष्ट्रीय सम्मानः2020 आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर गणेशीलाल , महामहिम राज्यपाल ओडिशा थे। सम्मानित अतिथि के रुप में संत बाबा रामनारायण दासजी महाराज थे। चिंता-व-चेतना की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सम्मान समारोहः2020 को बतौर मुख्य अतिथि के रुप में संबोधित करते हुए राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलालजी ने बताया कि पूरे विश्व के मालिक जगन्नाथजी हैं और स्वामी जगन्नाथजी उत्कल क्षेत्र में विराजमान हैं जहां से पूरे विश्व को आध्यत्मिकता तथा संस्कृति का वे दिव्य संदेश व मार्गदर्शन करते हैं। ओडिशा भगवान जगन्नाथ की देवभूमि है और हमसब भगवान जगन्नाथ की छत्रछाया में सुरक्षित हैं। राज्यपाल ने यह भी बताया कि कोई भी पुरस्कार अथवा सम्मान छोटा अथवा बडा नहीं होता है। राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल ने सुभाष गुप्ता,डा विजय खण्डेलवाल,श्रीमती ललिता अग्रवाल, रक्षित नायक, हरिप्रसाद भारती समेत अनेक विभूतियों को अलग-अलग क्षेत्रों में उनकी उल्लेखनीय तथा प्रशंसनीय असाधारण सेवाओं के लिए चिंता-व-चेतना राष्ट्रीय सम्मानः2020 से सम्मानित किया। चिन्ता-व-चेतना के महासचिव श्री सुरेन्द्र दास ने राज्यपाल के प्रति आभार जताया और यह कहा कि ओडिशा का सौभाग्य है कि प्रोफेसर गणेशीलालजी जैसे संस्कृति पुरुष,ज्ञानी,गुणी,वेद-वेदांत के साथ-साथ रामायण, महाभारत, गीता, श्रीमद्भागवत आदि के आचार्य को पाया है। प्रोफेसर गणेशीलालजी हिन्दी,अंग्रेजी,ओडिया और उर्दू के एक दक्ष राज्यपाल हैं जो अजातशत्रु के साथ-साथ ओडिशा संस्कृति के सबसे बडे समर्थक हैं जहां की परम्परा अतिथिदेवोभव है। जहां से शांति,एकता और मैत्री का पावन संदेश पूरे विश्व को जाता है और उनसबके संवर्द्दन में महामहिम राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलालजी का सहयोग अभूतपूर्व है।समारोह के सम्मानित अतिथि संत बाबा रामनारायण दासजी ने श्रीरामचरितमानस की चौपाइयों के वाचन से अपना दिव्य आशीष सभी को प्रदान किया। सायंकाल आयोजन के दूसरे सत्र में स्थानीय रवीन्द्रमण्डप सभागार में चिंता-व-चेतना 43वें वर्षा महोत्सवः2021 का आयोजन किया गया जिसमें ओडिशा के नामी कलाकारों द्वारा नृत्य,गायन आदि की बेजोड प्रस्तुति दी गई। चिन्ता-व-चेतना के महासचिव श्री सुरेन्द्र दास ने राज्यपाल समेत आमंत्रित सम्मानित अतिथि,सभी पुरस्कार विजेताओं,सहयोगियों तथा कलाकारों के प्रति आभार जताया जिनके सहयोग से यह आयोजन यादगार रहा।

अशोक पाण्डेय

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