
भुवनेश्वर:28दिसंबर : अशोक पाण्डेय:
श्रीराम सेवा समिति, भुवनेश्वर के सौजन्य से तेरापंथ भवन,भुवनेश्वर में 9 दिवसीय श्रीराम कथा के 28दिसंबर के दिन प्रयागराज से पधारे प्रसिद्ध श्रीराम कथा व्यास राघवेन्द्र प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने श्रीराम कथा प्रसंग में गौतम पत्नी अहिल्या केआदर्श नारी चरित्र प्रसंग का व्यावहारिक वर्णन किया। आज की कथा के विराम देने से पूर्व उनके द्वारा रामकथा पर आधारित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में उपस्थित अनेक श्रोताओं ने हिस्सा लिया।कथा व्यास ने गौतम ऋषि के ब्रह्मचर्य जीवन का वर्णन करते हुए अहिल्या के उनके आश्रम में लगभग एक हजार वर्ष तक रहने की भी कथा सुनाई जिसमें गौतम ऋषि के अपने ब्रह्मचर्य की सत्यता सिद्ध की। ज्ञानेंद्रियों तथा कर्मेंन्द्रियों को वश में रखने का पावन संदेश भी दिया। उन्होंने देवराज इंद्र के चन्द्रमा रुप में अहिल्या से मिलने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में गौतम ऋषि के आश्रम में आने और चन्द्रमा का वेश धारण कर अहिल्या से वार्तालाप करने तथा अहिल्या के इंद्र के नापाक विचारों को अच्छी तरह समझ लेने का सुंदर वर्णन किया। गंगा स्नान के उपरांत गौतम ऋषि के आश्रम लौटने तथा अहिल्या को शापित करने का भी भावग्राही वर्णन किया। 29 दिसंबर को श्रीराम-सीता विवाह का वे वर्णन करेंगे जिसके लिए आयोजन पक्ष की ओर से अधिक से अधिक श्रोताओं के आगमन तथा रामकथा विवाह प्रसंग श्रवण हेतु विशेष निवेदन है।
अशोक पाण्डेय









