भुवनेश्वर 14.5: रविवार को स्थानीय कीम्स,भुवनेश्वर परिसर में अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस मनाया गया। इस मौके पर कंधमाल सांसद और कीट-कीस- कीम्स के संस्थापक प्रो.अच्युत सामंत ने अपने संदेश में यह कहा कि माँ का प्यार और ममता बच्चों के जीवन का प्रवाह है। एक माँ अपने बच्चे के लिए अपना सारा जीवन न्यौछावर कर देती है और इसके बदले में बच्चे को पृथ्वी पर सबसे महान बनाती है। मनाये गये अन्तर्राष्ट्रीय मातृदिवस के अवसर पर प्रो. सामंत ने कीम्स परिसर में “माई मदर माई हीरो” की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद अपने जीवन में अपनी मां के प्रभाव और महत्त्व के बारे में बताया और अपनी स्वर्गीय मां नीलिमारानी को याद किया। प्रो.सामंत को एक सफल और असाधारण व्यक्ति बनाने के लिए मां नीलिमारानी ने अपने जीवन को समर्पित कर दिया। प्रोफेसर सामंत ने खेद व्यक्त किया कि वे अपने जीवन के 25 साल के लंबे संघर्ष के दौरान वे अपनी मां को पर्याप्त समय नहीं दे पाए। उन्होंने सभी को अपने मां का खयाल रखने को कहा। इस मौके पर प्रो. सामंत ने बताया कि अपनी मां की स्मृति उनके द्वारा लिखित “माई मदर, माई हीरो” पुस्तक है जो आज पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय है वहीं विश्व के लगभग सौ देशों के लोगों ने इस पुस्तक को पढ़कर अपनी अपनी अनुभूति भेजी। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय मातृदिवस हर साल मई के दूसरे रविवार को कीम्स में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। अपने सारगर्भित संबोधन में प्रोफेसर सामंत ने यह भी कहा कि कीम्स परिसर में स्थित “माई मदर ,माई हीरो” की प्रतिमा के नीचे हर वर्ष विश्व मातृदिवस मनाया जाएगा। रविवार को अयोजित इस कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं में कीट यूनिवर्सिटी (कीम्स) के प्रति कुलपति प्रो. सीबीके मोहंती, कीम्स मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अंबिका प्रसाद मोहंती, कीम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रामचंद्र दास सहित कई डॉक्टर व स्टाफ उपस्थित थे ।
कीम्स में मनाया गया मातृदिवस
