भुवनेश्वरः दो फरवरीःअशोक पाण्डेयः
दो फरवरी को कीम्स में महाधमनी का पहला हाइब्रिड इलाज हुआ।50 वर्षीय एक महिला जिसकी पीठ के ऊपरी भाग में तथा उसकी छाती में गंभीर दर्द था उसको कीम्स में भर्ती किया गया।जांच में पता चला कि उस महिला की महाधमनी गंभीर समस्या है।गौरतलब है कि मानव शरीर में महाधमनी ही मुख्य रक्त वाहिका है जो हृदय से निकलती है और शरीर में रक्त पहुंचाती है।अबतक चिकित्सा में महाधमनी को स्टेंट लगाकर उसे ठीक किया जाता रहा है। महिला का हाइब्रिड रिपेयर द्वारा सफल इलाज कीम्स में हुआ। कीम्स के डॉक्टर ए शारदा और डॉ. चंदन कुमार रायमहापात्र की कार्डियक सर्जरी टीम ने सबसे पहले कैरोटिड टू कैरोटिड और कैरोटिड टू लेफ्ट सबक्लेवियन बायपास किया। डाक्टर अनुपम जेना के नेतृत्व में कार्डियोलॉजी टीम ने महाधमनी के अंदर एक ढका हुआ स्टेंट डाला।ट्रांस-कैथेटर महाधमनी वाल्व बदला,ईपीएस आरएफए, महाधमनी की एंडोवास्कुलर मरम्मत की ।कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो. अच्युत सामंत ने कीम्स के डॉक्टरों की टीम को बधाई दी है जिसके बदौलत 50वर्षीय महिला कीमहाधमनी का पहली बार हाइब्रिड सफल इलाज हुआ।
अशोक पाण्डेय
कीम्स में महाधमनी की पहली हाइब्रिड इलाज हुई
