प्रथम मारवाड़ी सोसायटी,भुवनेश्वर
लाइफटाइम एचिवमेंट अवार्ड से
सम्मानित शिबुभाई को हैप्पी बर्थडे।
06जून,1965 को जन्मे मारवाड़ी सोसायटी भुवनेश्वर के उपाध्यक्ष श्री शिवकुमार अग्रवाल,उर्फ शिबुभाई एक सुयोग्य माता-पिता की एक सुयोग्य संतान हैं जिनको बाल संस्कार तथा पैतृक विरासत में जनसेवा,समाजसेवा तथा लोकसेवा का प्राप्त है।गौरतलब है कि शिबुभाई मारवाड़ी सोसायटी के प्रथम ऐसे पदाधिकारी हैं जिन्हें 22 मार्च,2019 को मारवाड़ी सोसायटी होली बंधुमिलन के पावन अवसर पर प्रथम मारवाड़ी सोसायटी,भुवनेश्वर लाइफटाइम एचिवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
शिबुभाई बिड़ला कॉलेज पिलानी से स्नातक हैं।उनकी पत्नी श्रीमती सुनीता अग्रवाल एक धर्मपरायणा महिला हैं। शिबुभाई के पिताजी स्वर्गीय भंवरलाल जी अग्रवाल दया,दान और धर्म के लिए एक अमर व्यक्तित्व थे। बात उन दिनों की है(सत्तर के दशक की) जब लोगों के पास एक साइकिल खरीदने का साम्यर्थ भी नहीं रहता था उन दिनों भंवरलालजी के पास एक नई चमचमाती एंबेस्डर कार थी। सच कहा जाय तो कार के मालिक भंवरलालजी अग्रवालजी जरुर थे लेकिन उस कार पर चढ़नेवाले जरुरतमंद लोग ही थे।शिबुभाई की माताश्री स्वर्गीया बिमला देवी अग्रवाल भी एक धर्मपरायणा भद्र महिला थीं जिनका स्वभाव था दान-पुण्य खुले हाथ और उदार मन से करना। उनकी दिनचर्या आरंभ होती थी पूजा-पाठ से,दान-पुण्य से तथा जरुरतमंदों की सेवा से। शिबुभाई की दो बेटियां हैं-बड़ी बेटी रुपा अग्रवाल तथा छोटी बेटी मीनु अग्रवाल दोनों उच्च शिक्षाप्राप्त हैं। रुपा अपने पति सौरभ गर्ग तथा अपने बाल-बच्चों के साथ सानंद गृहस्थ जीवन व्यतीत करती है वहीं मीनु अपने पति आकाश अग्रवाल के साथ अपने बाल-बच्चों के साथ सकुशल खुशहाल जीवनयापन कर रही है। शिबुभाई का बेटा युवा साकेत अग्रवाल भी उच्च शिक्षाप्राप्त शांतचित्त तथा परोपकारी युवा है। वह अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी युवामंच के कैंसर सेवा प्रकल्प का राष्ट्रीय संयोजक है।साकेत अपने पिताजी शिबुभाई का कारोबार संभालता है। साकेत की पत्नी श्रीमती प्रीति अग्रवाल साकेत के सफल जीवन की वास्तविक प्रेरणा है। साकेत के दो बेटेः देवांक तथा प्रियांक हैं।सच तो यह है कि युवा साकेत अग्रवाल के दोनों बेटे देवांक और प्रियांक शिबुभाई परिवार के कुलभूषण हैं,कुल गौरव हैं।
शिबुभाई सबके दुख-सुख के साथी हैं,सहयोगी हैं,सहायक हैं। वे पिछले लगभग चार दशकों से मारवाड़ी सोसायटी भुवनेश्वर के उपाध्यक्ष हैं।वे मारवाड़ी सोसायटी भुवनेश्वर के महासचिव भी थे।मात्र 59वर्षीय शिबुभाई मारवाड़ी युवामंच,भुवनेश्वर के अध्यक्ष,उत्कल प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के महासचिव,ओड़िशा कला विकास परिषद् के सचिव,ओड़िशा काउंसिल ऑफ स्पोर्ट्स के महासचिव तथा भुवनेश्वर क्लब की कार्यकारिणी के प्रथम मारवाड़ी सदस्य रह चुके चुके हैं। क्रिकेट के शौकीन शिबुभाई कटक बारबटी स्टेडियम में जब कभी भी कोई अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकट मैच होता है तो विदेशी टीमों के स्थानीय मैनेजर रहते हैं।वे बहुआयामी व्यक्तित्व के एक धनी व्यक्तित्व हैं जैसेः वे पावरसेक्टर, इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर,क्लाथ रीटेलिंग, बिस्कुट मेन्यूफैक्चरिंग तथा होटल उद्योगों से सक्रिय रुप से जुड़े हुए हैं। वे भुवनेश्वर यूसीसीआई के एक सक्रिय पदाधिकारी हैं। वे सद्गुरु का हमेशा सम्मान करते हैं और उनकी उसी गुरुभक्ति भावना को स्वीकारकर पुरी गोवर्द्धन पीठ के 145वें पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाभाग शिबुभाई के अनुरोध पर उनके निवास स्थल पर आकर उनको अपना दिव्य आशीष प्रदान कर चुके हैं।शिबुभाई प्रतिवर्ष सावन के महीने में बोलबम कांवड़िया सेवा तथा पुरी रथयात्रा जगन्नाथ-भक्त सेवा तन,मन और धन से करते हैं। श्रीश्याम महोत्सव तथा माता की चौकी जैसे अनेक आयोजन शिबुभाई सपरिवार समय-समय पर आयोजित करते हैं।मारवाड़ी सोसायटी भुवनेश्वर के मारवाड़भवन से संबंधित अनेक समस्याओं के समाधान में शिबुभाई का योगदान अभूतपूर्व रहा है। ओड़िशा के अनेक राजनेताओं,नौकरशाहों तथा पुलिस पदाधिकारियों के साथ शिबुभाई का व्यक्तिगत संबंध बहुत ही सौहार्दपूर्ण है।भुवनेश्वर में समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर के हिन्दी हास्य कवि सम्मेलन आयोजित कराना शिबुभाई का विशेष शौक है।
भारत के स्वर्गीय उपराष्ट्रपति माननीय भैरव सिंहजी शेखावतजी जब अपने कार्यकाल के दौरान सोसायटी के निवेदन पर भुवनेश्वर आये थे तो शिबुभाई के कुशल नेतृत्व में ही स्वर्गीय उपराष्ट्रपति माननीय भैरव सिंहजी शेखावतजी का भव्य नागरिक अभिनंदन सम्मान समारोह आयोजित हुआ था।
शिबुभाई को उनके जन्मदिन पर उनके घर-परिवार,सगे-संबंधियों,उनके समस्त स्वजनों तथा शुभचिंतकों की ओर से बहुत-बहुत बधाई तथा अनेकानेक शुभ मनाएं।
अनुभूतिः अशोक पाण्डेय की.