जय भोले नाथ!
सावन पवित्रतम मास चल रहा है. ऐसे में, आज काशी विश्वनाथ के पूर्ण शिवलिंग की जानकारी परम आवश्यक है. एक तरह काशी आध्यात्मिक नगरी भगवान भोलेनाथ के त्रिशूल पर अवस्थित है वही मातु गंगा काशी की चारों दिशाओं से होकर बहती है. वैदिक मान्यता के अनुसार काशी के पूर्ण शिवलिंग के दर्शन स्वयं ब्रह्माजी और विष्णु जी ने किया था. बाबा विश्वनाथ की असीम कृपा से काशी में कोई भी किसी दिन भूखा नहीं रहता है. सनातनी बुजुर्गो की अंतिम अभिलाषा होती है कि वे मोक्षदायिनी काशी में ही अपनी जीवन यात्रा संपन्न करें! इसी काशी नगरी में गोस्वामी तुलसीदास के अमर महाकाव्य श्रीरामचरितमानस को सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य की मान्यता बाबा विश्वनाथ ने ही दी थी.
🙏जय जगन्नाथ!🙏
