22-23मार्च को भुवनेश्वर,29,सत्यनगर, उत्कल-अनुज हिन्दी पुस्तकालय प्रांगण में एक बंधुमिलन का आयोजन मुख्य संरक्षक श्री सुभाष भुरा द्वारा किया गया। श्री भुराजी की पूजनीया माताजी कमला देवी भुरा ने बतौर मुख्यअतिथि बंधुमिलन का केक काटकर उद्घाटन किया। आयोजन के अंतिम दिन मशहूर डफलीवादक श्री मुरारीलाल लढानिया को उनके बेजोड प्रदर्शन के लिए पुस्तकालय की ओर से सम्मानित किया गया। मुख्यसंरक्षक श्री सुभाष भुरा के जन्मदिन(21मार्च) के उपलक्ष्य में आयोजित बंधुमिलन में मारवाडी,हिन्दीभाषी,ओडिया तथा बंगाली भाषा-भाषी के अनेक मेहमान उपस्थित थे।22मार्च को कार्यक्रम का आरंभ स्थानीय यूनिट-3 राममंदिर के मुख्य पुजारी श्री महारुद्र झा के मंत्रोच्चारण तथा श्री मुरारीलाल लढानिया के गणेश वंदना के साथ हुआ। डफलीवादक टोली का नेतृत्व श्री मुरारीलाल लढानिया ने वखूबी की। जबकि श्री सजन लढानिया,श्री किशन खण्डेलवाल,श्री पारस सुराना,श्री मनसुख सेठिया,श्री रतन मनोत,श्री सीताराम शर्मा,श्री रामकिशोर शर्मा,श्री मनोज बाजोडिया तथा पण्डित महारुद्र झा आदि ने मिलकर राजस्थानी संगीत-नृत्य का बेजोड प्रदर्शन प्रस्तुत किया। पुस्तकालय की ओर से आतिथ्य-सत्कार एवं सेवाभाव से उपलब्ध अल्पाहार में ठंडई,पकौडी,पूडी-आलूदम आदि का लोगों ने भरपूर स्वाद लिया। सबसे अच्छा यह देखने को मिला कि पुस्तकालय के मुख्य सलाहकार डा शंकरलाल पुरोहित जो कोरोना के चलते भुवनेश्वर से लगभग 10 महीने दूर हैदराबाद में रहे उन्हें श्री गजानंद शर्मा,लिंगराजग्रेनाइटवाले स्वयं जाकर अपनी कार से उनको सपत्नीक आमंत्रितकर आदर के साथ लाये जिससे आयोजन की शोभा और बढ गई।उपस्थित माताओं-बहनों ने भी आयोजन में भरपूर सहयोग दिया। श्री अनुज भुरा,निदेशक,उत्कल बिल्डर्स ने बताया कि आज की शाम उनको बहुत ही अच्छी लगी क्योंकि पुस्तकालय प्रांगण की शाम दो दिनों तक पूरी तरह से गीत-संगीत तथा नृत्य के माहौल से आनंदमय था। श्री अनुज ने भी सबके साथ मिलकर अपने पिताश्री के हैप्पी बर्थडे का भरपूर आनंद उठाया। 23मार्च की शाम भी उसी प्रकार का आत्मीय माहौल रहा। श्री सुभाष भुरा ने आयोजन से जुडे सभी को अपनी ओर से बधाई दी है।
अशोक पाण्डेय