-अशोक पाण्डेय
——————
जिस प्रकार शक्ति स्वरूपा भगवती पार्वती जी हैं। विद्या की देवी सरस्वती जी हैं ठीक उसी प्रकार धन की देवी लक्ष्मी जी हैं। वे उस परिवार में अधिक दिनों तक रहती हैं जिस परिवार में प्रेम होता है। उस परिवार के सभी सदस्य प्रेमपूर्वक रहते हैं। एक समय की बात है।लक्ष्मी जी एक परिवार के घर में रहती थीं। एक दिन उन्होंने घर के मालिक को बुलाकर यह कहा कि वे दो दिनों के बाद उस घर से चली जाएंगी। इसलिए जो कुछ भी मांगना है, मांग लो। घर का मालिक अपने परिवार के सभी सदस्यों को बुलाकर लक्ष्मी जी वाली बात बता दी। सभी ने अपनी -अपनी इच्छानुसार मांग की। लेकिन उस घर की छोटी बहू ने लक्ष्मी जी से आपसी प्रेम की मांग की। घर के मालिक ने अपने परिवार के सभी सदस्यों की मांग देवी लक्ष्मी जी के सामने रख दी। लक्ष्मी देवी मां सबसे छोटी बहू के विचार का आदर करते हुए उसी घर में रहने की बात उस घर के मालिक को बताया। मान्यवर,आप भी अपने अपने घर में आपसी प्रेम अवश्य रखें!
-अशोक पाण्डेय
