सम्पादकः अशोक पाण्डेय,राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त
“महाजनो येन गतः स पंथाः। “ अर्थात् सज्जन जिस रास्ते पर चलते हैं वही रास्ता सही और अनुकरणीय होता है। ओडिशा में निजी उद्योग जगत के प्रेरणापुरुष 75वर्षीय श्री सजन अग्रवाल,मधुकुंज उद्योग- समूह के संश्थापक के जन्मदिन 14नवंबर पर आलोकपुरुष.इन की ओर से बहुत-बहुत बधाई। श्री सजन अग्रवाल के पिताजी स्व.रामविलास अग्रवाल तथा माताजी स्व.नारायणी देवी अग्रवाल हरियाणा के शिवानी से 1950 में ओडिशा की सबसे पुरानी व्यापारी नगरी जटनी आये और 1951 से जटनी से ही अपने व्यापार की शुरुआत की । आज भी जटनीवासी स्वर्गीय रामबिलास अग्रवाल की आत्मीयता, सहृदयता, ईमानदारी,निर्माण की गुणवत्ता तथा उनकी कमाल की सहनशीलता तथा विनम्रता का लोहा मानते हैं। उनका आदर-सम्मान करते हैं। उनकी यादें जटनीवासियों के दिलों पर आज भी अमर है। ठीक उसी प्रकार श्री सजन अग्रवाल अपने माता-पिता की सुयोग्य संतान के रुप में जटनीवासियों के साथ-साथ भुवनेश्वर समेत पूरे ओडिशावासियों के दिलों में बसे हैं। उनका सदाचारी,परोपकारी,विशुद्ध शाकाहारी, जनहितकारी आध्यात्मिक जीवन तथा व्यापार में भी सच्चाई का मार्गप्रशस्त करता है। इसीलिए तो समाज के बडे-बुजुर्ग से लेकर सभी कारोबारी,युवा समाज और उनका पूरा संयुक्त परिवार उनको प्रेरणापुरुष कहकर पुकारता है। श्री सजन अग्रवाल का हंसता-खेलता परिवार है जिसमें श्री रामअवतार अग्रवाल,श्री किशन अग्रवाल,श्री प्रवीण अग्रवाल,श्री पवन अग्रवाल,श्री विकाश अग्रवाल,श्री विशाल अग्रवाल,श्री बिनय अग्रवाल,श्री हितेष अग्रवाल,श्रीमती नेहा,श्रीमती रीमा,श्रीमती शोभा,श्रीमती शुचि,श्रीमती शेली आदि आनन्द के साथ रहते हैं। कंपनी के निदेशक श्री रामअवतार अग्रवाल जी बताते हैं कि उनके बडे भाई श्री सजन अग्रवाल पूरे परिवार के सच्चे मार्गदर्शक हैं।उन्हीं के कुशल मार्गदर्शन में 2021, 07अप्रैल को नई दिल्ली में मधुकुंज अगरबत्ती कंपनी,भुवनेश्वर एक तरफ जहां एमएसएमई द्वारा निर्धारित मानदण्डों पर सफल होकर भारत के 100 उभरते हुए व्यवसायों की सूची में शामिल हो गई, वहीं समारोह के मुख्यअतिथि केन्द्रीय एमएसएमई मिनिस्टर श्री नितिन गटकरी द्वारा मधुकुंज के निदेशक श्री रामअवतार अग्रवाल को सम्मानित भी किया गया। 10सितंबर,2021 को जब मधुकुंज-समूह का जटनी में प्रथम जेवेलरी तथा डायमण्ड शोरुम जटनी,सीताराम चौक पर खोला गया तो संस्थापक श्री सजन अग्रवाल ने बताया कि जिस जटनी की मिट्टी,हवा और पानी में वे जन्म लिये हैं। जहां से वे पले-बढे और शिक्षित हुए हैं, इस लायक बनें हैं कि अब वे जटनी के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं। इसलिए वे अपने पिताजी स्वर्गीय रामबिलास अग्रवाल की पावन स्मृति में जटनी में पहले डैमण्ड तथा गोल्ड शोरुम जटनीवासियों को समर्पित करते हैं।श्री सजन अग्रवाल ने बताया कि आजकल व्यापार को बढावा देने के लिए व्यापारीगण अनेक प्रकार के प्रचार-प्रसार के संसाधनों आदि का प्रयोग करते हैं लेकिन श्री सजन अग्रवाल उससे अपने आपको कोसों दूर रखते हैं। उनका यह मानना है कि अगर वे किसी को एक हाथ से कुछ देते हैं तो उनके दूसरे हाथ को भी यह पता नहीं चलना जाहिए कि किसी नेक काम में उनके द्वारा कुछ दिया गया है। इसीलिए तो श्री सजन अग्रवाल विगत लगभग पांच दशकों से ओडिशा व्यापार जगत के शिखरपुरुष बने हुए हैं। श्री सजन अग्रवाल ने यह भी बताया कि उनके स्वर्गीय पिताजी आजीवन आध्यात्मिक जीवन जीये जिनकी पावनस्मृति में जटनी गोपीनाथ मंदिर में वे अति भव्य तथा अति सुंदर तोरणद्वार बनवाये हैं। गोपीनाथ मंदिर में सुविख्यात भजनगायक लाखा सिंह द्वारा 08सितंबर,2019 को विशाल भजन का कार्यक्रम आयोजित कराया था। श्री सजन अग्रवाल चाहते हैं कि भुवनेश्वर आपणो जटनी परिवार उत्तरोतर आगे बढे जिसमें उनका पूर्ण सहयोग रहेगा। श्री सजन अग्रवाल के अनुसार 1965 से लेकर आजतक का उनके निजी उद्योग-समूह की कामयाबी का सफर बिलकुल आसान नहीं रहा। वह सफर, कठोर संघर्षों तथा उनके धीरज की पल-पल परीक्षा का सफर रहा। हर वक्त उन्हें अपने आत्मविश्वास की कठिनतम परिस्थिति से गुजरना पडा । पिछले लगभग दो सालों से वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से प्रभावित भुवनेश्वरवासियों तथा उसके आसपास के अंचल के कोरोना मरीजों को ,कोरोना योद्धाओं(पुलिस,डाक्टर,नर्सों,सफाईकर्मियों आदि) तथा जरुरतमंदों को मधुकुंज उद्योग-समूह की ओर से मास्क,सूखा-पका भोजन, अनेक राहत सामग्री तथा आक्सीजन आदि का सिलिण्डर आदि निःशुल्क उपलब्ध कराया गया। गौरतलब है कि श्री बालाजी इसेंस इण्डस्ट्रीज के तहत मधुकुंज अगरबत्ती,पवन कंज्यूमर केअर के तहत बालाजी नारियल तेल,नेहा इण्टरप्राइजेज के तहत एवरग्रीन चाय आदि का प्रोड्क्शन होता है । 2014 में ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक ने नेहा इण्टरप्राइजेज कंपनी को एमएसएमई अवार्ड प्रदानकर प्रोत्साहित किया था। श्री सजन अग्रवाल ने बताया कि आज मधुकुंज उद्योग-समूह इसलिए कामयाबी की बुलंदियों पर आसीन हें क्योंकि कंपनी से जुडे सभी उन्हीं की तरह ही कठोर परिश्रमी, संघर्षशील, एक-दूसरे के प्रति आत्मीय,दूरदर्शी तथा कार्यसंस्कृतिसंपन्न हैं। उनके अनुसार जिनका इरादा जिनका मजबूत और बुलंद होता है उन्हीं को कामयाबी मिलती है। उनके अनुसार कंपनी के सतत विकास का पूरा श्रेय कंपनी से जुडे सभी निदेशकों की आपसी सूझबूझ को जाता है।जब उनसे पूछा गया कि मधुकुंज उद्योग –समूह की कामयाबी का मूल श्रेय आप किसको देंगे तो श्री सजन अग्रवाल ने बताया कि वे अपने पिताजी स्वर्गीय रामविलास अग्रवाल को तथा अपनी माताजी स्वर्गीया नारायणी देवी को पूरी तरह से देना चाहेंगे जिन्होंने उनको बाल्यकाल से ही आध्यात्मिक जीवनयापन तथा कोरोबार में सत्यनिष्ठा और आत्मविश्वास की नींव डाली। श्री सजन अग्रवाल ने अपने जीवन की वास्तविक सच्चाई को स्पष्ट करते हुए यह बताया कि 1979 को वे कभी भूल नहीं सकते जब उन्होंने जान्ला,भुवनेश्वर में अपनी अगरबत्ती की फैक्टरी लगाई। जान्ला पूरी तरह से जंगलों से भरापडा था। बिजली नहीं थी।पानी की भी कमी थी लेकिन स्थानीय गांववालों का उन्हें पूरा सहयोग मिला। फैकेटरी आज जिस कामयाबी के शिखर पर आसीन है उसका पूरा श्रेय स्थानीय गांववालों को जाता है जो चौबीसों घण्टे उनके साथ दुख के दिनों में खडे रहे। इसीलिए तो उनकी कंपनी का प्रत्येक स्टाफ उनका अपना है। उनके अपने घर के सदस्य की तरह हैं। प्रतिदिन सभी कर्मचारियों को दिन का भोजन वे अपनी ओर से ससम्मान अपनी ओर से निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं।भुवनेश्वर मारवाडी सोसायटी,भुवनेश्वर जटनी आपणो परिवार,जटनी गोपीनाथ मंदिर सेवासमिति जैसे अनेक संगठनों से जुडे श्री सजन अग्रवाल मधुकुंज उद्योग-समूह की असाधारण कामयाबी का श्रेय अपने सभी भाइयों, भतीजों, बेटों, बहुओं तथा बडे-बुजुर्गों को देते हैं।अपने जन्मदिन संदेश में श्री सजन अग्रवाल ने बताया कि सभी गोभक्त बनें, ईश्वरभक्त बनें और निःस्वार्थ मानवसेवी बनें।युवा कारोबारी तकनीकी कौशल-संपन्न हों।संयुक्त परिवार का जीवन हो या व्यापारी जीवन,सामाजिक जीवन हो या भारतीय जीवन शैली हो, सभी को बदलते समय के अनुसार ही चलना चाहिए।ऐसे प्रेरणापुरुष श्री सजन अग्रवाल को उनके हैप्पी बर्थडे पर उनके सभी शुभचिंतकों की ओर से अनेकानेक शुभकामनाएं।
अशोक पाण्डेय
निजी उद्योग जगत के प्रेरणापुरुष 75वर्षीय श्री सजन अग्रवाल को उनके जन्मदिन 14नवंबर पर आलोकपुरुष.इन की ओर से विशेष भेंटः
