पुण्डरीकाक्ष भगवान शिव अपने भक्तों के भाव को अच्छी तरह से जानकर, समझकर, उसकी कठिन परीक्षा लेकर ही उसपर कृपा करते हैं, करुगा करते हैं. भगवान मृत्युंजय अपने भक्तों की नि:स्वार्थ भक्ति और सच्ची श्रद्धा को समझते हैं. मान्यवर, इस सावन में आशुतोष की पूजा- अर्चना सच्चे भाव से करें!
जय जगन्नाथ!









