भुवनेश्वरः11अक्तूबरःअशोक पाण्डेय
कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत को संदीपनी गौरव महर्षि अवार्डः2020 11अक्तूबर को भारतीय सांस्कृतिक संवर्द्धक ट्र्स्ट पोरबंदर,गुतरात द्वारा संदीपनी विद्या निकेतन,पोरबंदर,गुजरात के रजत जयंती समारोह में प्रदान किया गया। प्रोफेसर सामंत की अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि के रुप में डा.वरुण ने यह अवार्ड रामचरितमानस के विश्वविख्यात कथामर्मज्ञ पूज्य रमेशभाई ओझा के कर-कमलों से प्राप्त किया। गौरतलब है कि प्रोफेसर अच्युत सामंत की शैक्षिक पहल कीट-कीस के लिए तथा आदिवासी समुदाय के जीवित मसीहा के रुप में 30 साल से अधिक वर्षों से आदिवासी बच्चों को फ्री आवासीय सुविधाओं के साथ केजी से पीजी तक की उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराने , प्रोफेसर सामंत के यथार्थ गांधीवादी जीवन के लिए एवं उनके आध्यात्मिक जीवन यापन के लिए प्रदान किया गया। आयोजित सम्मान समारोह में गुजरात विधानसभा की अध्यक्ष माननीया नीमाबेन आचार्य समेत भारतीय आध्यात्मिक जगत के अनेक नामचीन संत-महात्मा आदि सादर आमंत्रित थे। समारोह में श्रीमती कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी को राजश्री सम्मान ,पूज्य स्वामी गोविन्द देव गिरिजी को देवर्षि अवार्ड तथा आचार्य डा राजाराम शुक्ल जी को ब्रह्मर्षि अवार्ड प्रदान किया गया। अपने आभार प्रदर्शन वीडियो संदेश में प्रोफेसर अच्युत सामंत ने अपने कृतज्ञता प्रकट करते हुए अपने बाल्यकाल के संघर्षमय घोर आर्थिक संकटों की जानकारी दी कि जब प्रोफेसर सामंत मात्र चार साल के थे तभी उनके पिताजी का असामयिक निधन एक रेल दुर्घटना में हो गया और किस प्रकार वे अपनी विधवा मां तथा कुल सात भाई-बहनों से साथ घोर आर्थिक संकटों का सामना करते हुए अति सरल और नेक इंसान बने। बडे हुए तथा अपने सभी भाई-बहनों को शिक्षित किये। 1992-93 अपनी कुल जमा पूंजी मात्र पांच हजार रुपयों से कीट-कीस की शुरुआत दो किराये के मकान से की और अपने त्यागमय, सादगी,सरल आध्यात्मिक जीवन से कालांतर में कीट-कीस को दो डीम्ड विश्वविद्यालय बनाये। कीस जिसके लिए उनको आज संदीपनी गौरव महर्षि अवार्डः2020 प्रदान किया गया वह सचमुच उनके निःस्वार्थ सेवाभाव उनके लोकसेवा को प्रोत्साहित करेगा। देश-विदेश से हजारों अवार्ड पानेवाले प्रोफेसर अच्युत सामंत को संदीपनी गौरव महर्षि अवार्डः2020 मिलने पर उनको बहुत-बहुत बधाई।
अशोक पाण्डेय