वैसे तो यह सर्वविदित है कि सम्पूर्ण भारतवर्ष 14नवंबर को प्रतिवर्ष बालदिवस के रुप में मनाता है क्योंकि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री,बच्चों के प्रिय चाचा नेहरु स्वर्गीय पण्डित जवाहरलाल नेहरु का जन्मदिन 14 नवंबर बाल दिवस के रुप में मनाता है।(नेहरु जी का जन्म 1889 में 14 नवंबर को हुआ था।) नेहरुजी को बच्चे सबसे प्रिय थे । ठीक उसीप्रकार ओड़िशा के लोकप्रिय 77वर्षीय उद्योगपति श्री सज्जन कुमार अग्रवाल का जन्मदिन भी 14 नवंबर को है जिन्हें बच्चे सबसे प्रिय हैं। जिस प्रकार एक मां को अपने बेटे,किसान को अपने लहलहाते हुए खेत देखकर जो आनंद आता है वहीं आनंद सज्जन कुमार अग्रवाल को अपने संयुक्त परिवार के समस्त बाल-गोपाल के साथ-साथ सभी बच्चों के साथ-साथ अपने पैतृक शहर सिवानी नगरपालिका,वार्ड सं.8 के उनके द्वारा निर्मित बाल बाटिका में खेलते –कूदते तथा झूले पर झुलते हुए बाल-गोपाल को देखकर आता है। वास्तव में सज्जन कुमार अग्रवाल के पास अपनी पैतृक विरास के रुप में जो बाल-संस्कार सेठ सीताराम-रामबिलास से प्राप्त हुआ उसे ही वे आज भी पल्लवित और पुष्पित कर रहे हैं। श्री सज्जन कुमार अग्रवाल के पिताजी स्व.रामविलास अग्रवाल तथा माताजी स्व.नारायणी देवी अग्रवाल हरियाणा के शिवानी से 1950 में जटनी आये।1951 से जटनी से ही उन्होंने अपने व्यापार की शुरुआत की।जटनी में उन दिनों उनका खूब आदर था क्योंकि वे सभी से आत्मीयता तथा सहृदयता से पेश आते थे। वे आज भी जटनीवासियों के दिलों में ओड़िशा के अमृतपुत्र हैं। श्री सज्जन कुमार अग्रवाल ओड़िशा जटनीवासियों के साथ-साथ पूरे ओडिशावासियों के लिए अपने मददगार सज्जन भाई के रुप में जुड़े हुए हैं। वे सदाचारी हैं,परोपकारी हैं, जनहितकारी हैं सबसे बड़ी बात उनके संबंध में यह है कि वे एक आध्यात्मिक पुरुष हैं।उनके भाइयों में ओमशांतिवाले भाई रामअवतार अग्रवाल जी तो उनके लिए शरीर दो पर आत्मा एक की तरह हैं। श्री किशन अग्रवाल,प्रवीण अग्रवाल,पवन अग्रवाल, विकाश अग्रवाल,विशाल अग्रवाल, बिनय अग्रवाल,हितेष अग्रवाल, श्रीमती नेहा, श्रीमती रीमा,श्रीमती शोभा,श्रीमती शुचि,श्रीमती शेली अग्रवाल आदि के संग उनके संयुक्त परिवार के समस्त बाल-गोपाल उनके प्राण हैं।यह ज्ञातव्य हो कि 1965 से लेकर आजतक मधुकुंज उद्योग-समूह मधुकुंज अगरबत्ती, बालाजी नारियल तेल,एवरग्रीन चाय,स्वच्छ डिटरजेंट आदि के साथ-साथ ज्वेलरी तथा डायमंड आदि का भी गुणवत्तापूर्ण विश्वसनीय कारोबार करता है। उनकी कंपनी का प्रत्येक स्टाफ उनका अपना है,अपने घर के सदस्य जैसा है। प्रतिदिन सभी कर्मचारियों को वे दिन का भोजन अपनी ओर से ससम्मान तथा निःशुल्क उपलब्ध कराते हैं। भुवनेश्वर मारवाडी सोसायटी,भुवनेश्वर जटनी आपणो परिवार,जटनी गोपीनाथ मंदिर सेवा समिति जैसे अनेक संगठनों से वे सक्रिय रुप से जुड़े हुए हैं।उनकी यह बात मुझे सबसे अधिक खुशी देती है कि वे अगर एक हाथ से किसी को खुले दिल से दान में देते हैं तो उनके दूसरे हाथ को भी पता नहीं चलता है।ऐसे दानदाता तथा निःस्वार्थ समाजसेवी उद्योगपति को भगवान जगन्नाथ शतायु और यशस्वी बनायें। उनके हैप्पी बर्थडे पर सभी की ओर से हार्दिक बधाई तथा शुभकामना।
-अशोक पाण्डेय,राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त.
बच्चों के सबसे प्रियःसज्जन कुमार अग्रवाल, मधुकुंज उद्योगसमूह के भाग्यविधाता के 77वें जन्मदिन पर विशेष आलेख
