चारों को मिला कीस फाउंडेशन का समर्थन
भुवनेश्वर, 05/10: कीस फाउंडेशन के बदौलत पुरी जिले के चंदनपुर के पास रघुराजपुर गांव की 4 अनाथ बहनों की किस्मत बदल गई है। आज उनके चेहरे मुस्कुरा रहे हैं। पिछले वायदे के मुताबिक कीस फाउंडेशन के संस्थापक प्रो अच्युत सामंत जी ने आज उक्त 4 बहनों में से 3 को कीट और कीस में नियुक्त किया है। रघुराजपुर के लक्ष्मीधर महापात्र और उनकी पत्नी की मौत के बाद उनकी चार बेटियां बेसहारा हो गयीं। मीडिया से यह खबर सुनने के बाद, श्री सामंत जी ने कीस फाउंडेशन की ओर से पिता और माता की चारों बहनों को उनके परिवहन और शिक्षा के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की। अब बड़ी बहन रमामणि स्नातक हैं जबकि दो मंझली बहन स्नातक की डिग्री पूरी कर चुकी हैं। सबसे छोटी बहन 8वीं कक्षा में पढ़ रही है। श्री सामंत जी समय-समय पर उनसे मिलते थे और उनके बारेमें पूछते थे। श्री सामंत जी उन्हें समझाते थे कि धैर्य रखें और पढ़ने पर ध्यान केन्द्रित करें। उनके पास रहने के लिए कोई घर नहीं था। राममणि ने सरकारी योजना के तहत घर बनाने की कोशिश की, लेकिन वह पूरा नहीं हुआ। यह जानने के बाद श्री सामंत जी ने घर को पूरा करने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की। इसके साथ ही उन्होंने वादा किया कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें कीट और कीस में नौकरी पर रख लिया जाएगा। आज, तीनों बहनों ने प्रो अच्युत सामंत जी से मुलाकात की और नियुक्ति पत्र प्राप्त किया। रमामणि और उनकी दोनों बहनों ने कीट और कीस द्वारा नौकरी पर रखे जाने पर संस्थापक श्री सामंत जी के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि, कीस फाउंडेशन की वजह से ही आज हम यहां तक पहुंचे हैं। कीस फाउंडेशन और अच्युत सामंत जी के ऐसे महान कार्य को क्षेत्रीय स्तर पर काफी सराहना मिली है।