भगवान जगन्नाथ अपनी विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा कर गुण्डीचा घर पहुंच चुके हैं।उनकी यह यात्रा उनके ऐश्वर्य त्याग और भक्त महामिलन का विश्व का सबसे बड़ा महामिलन था। वह रथयात्रा रथारूढ़ भगवान जगन्नाथ के दर्शन का लौकिक और अलौकिक परमानंद था, ब्रह्मानंद था और निजानंद था। मैंने भी रथयात्रा लाइव कमेंट्री कर अपने जीवन को धन्य किया।
-अशोक पाण्डेय
भगवान जगन्नाथ अपनी विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा कर गुण्डीचा घर पहुंच चुके हैं।
