-अशोक पाण्डेय
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जैसा कि शाश्वत सत्य यह है कि भगवान जगन्नाथ विश्व मानवता के स्वामी हैं। उनके दो मुख्य और प्रमुख दर्शन हैं: एक श्रीमंदिर के रत्न वेदी पर और दूसरा: भगवान जगन्नाथ के रथारूढ़ रूप के दर्शन। प्रथम दर्शन से भक्त अभिमान रहित होकर ज्ञानी बन जाता है। दूसरे रथारूढ़ दर्शन से भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मान्यवर, मेरा अनुरोध है कि भगवान जगन्नाथ के प्रथम दर्शन श्रीपुरुषोत्तम क्षेत्र के श्रीमंदिर के रत्न सिंहासन पर अवश्य करें! उस दर्शन से आप ज्ञानी बन जाएंगे और आपके सारे अभिमान समाप्त हो जाएंगे। उनके रथारूढ़ दर्शन भक्त को मोक्ष प्रदान करता है। भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा इस वर्ष 27 जून को है।उनका नवयौवन दर्शन तथा नेत्रोत्सव 26 जून को है।
-अशोक पाण्डेय










