-अशोक पाण्डेय
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निश्चित रूप से मनुष्य इस सृष्टि का सर्वश्रेष्ठ प्राणी है क्योंकि इसके पास विवेक है और अपनी अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त माध्यम उसकी भाषा और सुमधुर वाणी है।और इन सबसे ऊपर मनुष्य का व्यक्तित्व है।अगर एक वाक्य में कहा जाय तो मनुष्य की सबसे बड़ी संपत्ति उसका समदर्शी व्यक्तित्व ही है। इसलिए आप और कुछ अर्जन करें या न करें परन्तु परिष्कृत व्यक्तित्व ही अर्जित करें! मेरी जानकारी के अनुसार इसके लिए सुव्यवस्था, नियमितता, सहकारिता, शालीनता और प्रगतिशीलता की आवश्यकता है।
-अशोक पाण्डेय