-अशोक पाण्डेय
———————–
यह सृष्टि माया का मोहक नंदन कानन है।यह एक ऐसा खुबसूरत जंगल है जहां पर रज,तम और सत्व गुणों के वशीभूत हम सभी हैं। एक बार जो इस जंगल में चला आता है वह अपनी मृत्यु तक इससे निकल नहीं पाता है। ऐसे में, इस मोहक माया रूपी कानन में सत्व गुणों को अपनाना ही बुद्धिमानी है जो बहुत ही कठिन है।
-अशोक पाण्डेय