भुवनेश्वरःपहली दिसंबरः अशोक पाण्डेयः
मारवाडी सोसायटी भुवनेश्वर के संरक्षक तथा प्रेरणा पुरुष 83वर्षीयउद्योगपति श्री लक्ष्मणलाल महिपाल का 30 नवंबर की शाम को परलोक गमन हो गया।स्व. लक्ष्मणलाल महिपाल का जन्म 12जुलाई,1941 को राजस्थान मादरा के एक संयुक्त परिवार में हुआ था। इनके पिताजी स्वर्गीय विश्वनाथ महिपाल, माताजी स्वर्गीया गीता देवी महिपाल तथा इनकी पत्नी श्रीमती कौसिल्या देवी उनके जीवन की वास्तविक प्रेरणा रहे।गौरतलब है कि वे अपने बाल्यकाल से ही अपने पारिवारिक संबंधों को विशेष महत्त्व दिये। स्व.लक्ष्मणलाल महिपाल राजस्थान से कोलकाता आकर बी.काम. किये। उन दिनों औद्योगीकरण पर काफी जोर था जिसके बदौलत वे अपनी एम.काम की पढाई बीच में ही छोड दी और उद्योग की दुनिया में प्रवेश किये। इनके स्वर्गीय दादाजी इनको हमेशा कहा करते थे कि-चिंता नहीं ,चेष्टा करनी चाहिए। जब स्व.लक्ष्मणलाल महिपाल को वे सोते हुए देखते थे तब कहते थे कि अगर बिस्तर नहीं छोडा तो बुढापे में बिस्तर तुम को नहीं छोडेगा।स्व. लक्ष्मणलाल महिपाल एक सफल उद्योगपति और समाजसेवी थे जिनका सक्रिय संबंध बाबा रामदेव रुणीचावाले से लेकर अनेक संगठनों से था। उनके दरबार से कोई खाली नहीं लौटता था। अस्सी के दशक में वे ओडिशा जाजपुर रोड आकर उन्होंने 21अगस्त,1986 को अपनी निजी कंपनी कलिंग एलायज प्राइवेट लिमिटेड आरंभ की।मारवाडी सोसायटी,भुवनेश्वर से संरक्षक,एफटीएस भुवनेश्वर चाप्टर के पूर्व अध्यक्ष, बाबारामदेव रुणीचावाले मंदिर के अध्यक्ष, जाजपुर रोड गोशाला से संस्थापक उद्योगपति स्व.लक्ष्मणलाल महिपाल का अपना हंसता-खेलता परिवार उनका बड़ा बेटा-बहू राजेश-ऋतु, रीतेश-निधि उनकी कंपनी के कामों में पूर्ण सहयोग देते हैं।आज उनकी शवयात्रा में मारवाड़ी सोसायटी भुवनेश्वर के अध्यक्ष संजय लाठ,सलाहकार रामअवतार खेमका,सलाहकार सुरेश कुमार अग्रवाल,सलाहकार पवन गुप्ता,उपाध्यक्ष शिवकुमार अग्रवाल,उपाध्यक्षक चेतन टेकरीवाल,संरक्षक सुरेन्द्र कुमार डालमिया,सुनील अग्रवाल,उपाध्यक्ष प्रकाश बेताला,संयुक्त कोषाध्यक्ष विमल भूत,उमेश खण्डेलवाल समेत स्थानीय मरावड़ी समाज के सभी घटक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित होकर उनकी शव पर माल्यार्पण किये और उनकी दिवंगत आत्मा की चिर शांति की प्रार्थना जगन्नाथ भगवान से की। सन्मार्ग भुवनेश्वर के सम्पादक रामकृष्ण खण्डेलवाल ने बताया कि स्व.लक्षमण महिपाल जैसा सहृदय और आत्मीय व्यक्ति भुवनेश्वर में मिलना अब संभव नहीं होगा। गौरतलब है कि उनकी शवयात्रा स्थानीय उनके नीलकण्ठनगर निवास से पुरी स्वर्गद्वार के लिए प्रस्थान की जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुखाग्नि उनका बड़ा बेटा राजेश महिपाल देगा।
–अशोक पाण्डेय.
मारवाडी सोसायटी भुवनेश्वर के संरक्षक तथा प्रेरणा पुरुष 83वर्षीयउद्योगपति श्री लक्ष्मणलाल महिपाल का हुआ परलोक गमन
