-अशोक पाण्डेय
1981 अगस्त से अप्रत्यक्ष रूप से और 1986 अगस्त से प्रत्यक्ष रूप से मैं ओड़िशा से जुड़ा हूं। मेरा यह मानना है कि यह प्रदेश महाप्रभु जगन्नाथ जी का है जहां का मूल संदेश है: “अतिथि देवो भव।”
मेरा यह ही मानना है कि जगन्नाथ जी जिसको बुलाते हैं वही ही यहां आता है और यहीं पर रह जाता है।
उत्कल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
-अशोक पाण्डेय