याद रखें कि देनेवाला हमेशा सर्वश्रेष्ठ होता है। वह ईश्वर का दूसरा रूप होता है। उसका शरीर और मन हमेशा सनातनी देवी- देवताओं के मंदिरों में जाकर ही प्रसन्न रहता है।जगत के नाथ आपको मन, वचन और कर्म से आज खुश रखें!
-अशोक पाण्डेय

याद रखें कि देनेवाला हमेशा सर्वश्रेष्ठ होता है। वह ईश्वर का दूसरा रूप होता है। उसका शरीर और मन हमेशा सनातनी देवी- देवताओं के मंदिरों में जाकर ही प्रसन्न रहता है।जगत के नाथ आपको मन, वचन और कर्म से आज खुश रखें!
-अशोक पाण्डेय