

भुवनेश्वर, 17 दिसंबर 2025:
एक अत्यंत भावनात्मक और प्रेरणादायक घटनाक्रम में, सूडान में कार्यरत भारतीय नागरिक श्री आदर्श बेहरा को जारी गृहयुद्ध के बीच बंदी अवस्था से सुरक्षित रूप से मुक्त करा लिया गया है और वे 17 दिसंबर 2025 को ओडिशा लौट आए हैं। उनकी पत्नी श्रीमती सस्मिता बेहरा ने ओडिशा सरकार, भारत सरकार, भारतीय दूतावास, इंटरनेशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC) तथा उन सभी व्यक्तियों और संस्थानों के प्रति गहन आभार व्यक्त किया है, जिनकी महत्वपूर्ण भूमिका से यह सुरक्षित वापसी संभव हो सकी।
श्री बेहरा पिछले तीन वर्षों से सूडान की एक प्लास्टिक फैक्ट्री में कार्यरत थे। 29 अक्टूबर 2025 को परिवार को उनका एक अत्यंत चिंताजनक वॉइस संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने बताया कि गृहयुद्ध में संलग्न एक सशस्त्र समूह ने उनका अपहरण कर लिया है। इसके तुरंत बाद उनके नियोक्ता द्वारा भेजे गए एक वीडियो में श्री बेहरा को एक निर्जन स्थान पर हथियारबंद लोगों से घिरा हुआ दिखाया गया, जिससे स्थिति की गंभीरता स्पष्ट हो गई और परिवार भय एवं चिंता में डूब गया।
इसके बाद कोई संपर्क न हो पाने के कारण, 4 नवंबर 2025 को परिवार ने तिरतोल थाना में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। 5 नवंबर को उन्होंने पारादीप में माननीय मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भेंट कर त्वरित हस्तक्षेप हेतु लिखित ज्ञापन सौंपा।
6 नवंबर को श्री बेहरा का एक और वॉइस संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने बताया कि वे दारफूर राज्य के अल-फाशिर शहर स्थित मीना जेल में RSF समूह की हिरासत में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि भारतीय दूतावास और रेड क्रॉस के बीच समन्वय स्थापित किया जाए तो उनकी रिहाई संभव है। इसके पश्चात परिवार ने तुरंत रेड क्रॉस के वरिष्ठ पदाधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा राज्य और केंद्र सरकार के संबंधित अधिकारियों से संपर्क साधा।
पूर्व रेड क्रॉस सचिव एवं समाजसेवी मेजर (डॉ.) कल्पना दास ने परिवार के सदस्यों—भाइयों श्री दीपक एवं श्री लिपक, रणजीत करमी तथा अन्य शुभचिंतकों के साथ मिलकर विदेश मंत्रालय, भारतीय राजनयिक मिशनों, ओडिशा सरकार और अंतरराष्ट्रीय मानवीय संगठनों के साथ लगातार समन्वय किया। इस संबंध में नई दिल्ली, सूडान और न्यूज़ीलैंड स्थित ICRC कार्यालयों तथा ओडिशा रेड क्रॉस को कई पत्र और अनुस्मारक भेजे गए।
यह मुद्दा सर्वोच्च लोकतांत्रिक मंचों पर भी उठाया गया। स्थानीय विधायक श्री रमाकांत भोई ने ओडिशा विधानसभा में यह विषय रखा, जबकि माननीय सांसद श्री विभु प्रसाद तराई ने संसद में इसे उठाते हुए श्री बेहरा की सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग की।
हालांकि इस दौरान संपर्क में रुकावटें आईं और श्री बेहरा की स्वास्थ्य स्थिति के बिगड़ने की खबरें भी मिलीं, फिर भी सतत प्रयासों, व्यापक मीडिया कवरेज और समन्वित मानवीय कूटनीति के कारण निर्णायक दबाव बना। अंततः भारतीय दूतावास और ICRC के बीच प्रभावी समन्वय से श्री बेहरा को बंदी अवस्था से मुक्त कराया गया।
श्रीमती बेहरा ने माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अपने आश्वासन को निभाते हुए उनके परिवार में फिर से खुशी लौटाई। उन्होंने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, ICRC सहित रेड क्रॉस अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और मीडिया के प्रति भी हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
“सरकार, मानवीय संगठनों, मीडिया और संवेदनशील लोगों के सामूहिक प्रयासों के बिना यह संभव नहीं होता,” श्रीमती बेहरा ने कहा। “भगवान जगन्नाथ की कृपा से आज मेरे पति सुरक्षित रूप से घर लौट आए हैं।”
श्री आदर्श बेहरा आज 17 दिसंबर 2025 की सुबह ओडिशा हवाई अड्डे पर पहुंचे, जो एक पीड़ादायक अध्याय के अंत और आशा एवं पुनर्निर्माण की नई शुरुआत का प्रतीक है।
जय जगन्नाथ









