भुवनेश्वर स्थित विश्व के सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विद्यालय कीस के युवा मेधावी छात्रों को मिला प्रतिष्ठित कैंपस प्लेसमेंट
भुवनेश्वर, 21 अप्रैल: वर्तमान में कीट डीम्ड विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (कीस) के 100 से अधिक छात्रों ने अग्रणी राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में प्रतिष्ठित प्लेसमेंट हासिल किया है। यह उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ है क्योंकि ये छात्र आम आदिवासी समुदाय से आते हैं जिनमें से कई अपने परिवार में पेशेवर बनने वाले पहले व्यक्ति होंगे।
साल 2025 स्नातक बैच के लिए हाल ही में प्रकाशित प्लेसमेंट सूची में कई सफलता की कहानियां शामिल हैं जिनमें PRA इंडिया लिमिटेड, टाटा पावर, एस्सार पावर गुजरात लिमिटेड, स्किपर लिमिटेड और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड जैसी कंपनियों से ऑफर शामिल हैं जिनमें 9.5 लाख रुपये प्रति वर्ष का हाई सैलेरी पैकेज है। इन छात्रों के लिए सबसे कम पैकेज 4 लाख रुपये प्रति वर्ष है। आईटीआई, पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और ग्रामीण प्रबंधन सहित विभिन्न शाखाओं के छात्रों का चयन किया गया है।
हर साल कीस के करीब लगभग 200 प्रतिभाशाली छात्रों को कीट डीम्ड विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में निःशुल्क उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
कीट और कीस के संस्थापक, डॉ. अच्युत सामंत अपने कीस अधिकारियों के माध्यम से यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था करते हैं कि कीस के इन प्रतिभाशाली छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में रोजगार मिले।
आज, इन सफल छात्रों ने डॉ. सामंत से शिष्टाचार भेंट की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर डॉ. सामंत ने सभी छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की। उन्होंने कहा, “ये छात्र अपने परिवार में पहले शिक्षार्थी होने के नाते दूसरों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। चूंकि कीस के बच्चों को रोजगार के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलती है इसलिए निरक्षरता को कम करने और रोजगार प्रदान करने की दिशा में कीस का लक्ष्य हासिल हुआ है।”
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कीस आदिवासियों के बीच एक लोकप्रिय संस्थान है, क्योंकि यह एक गरीब आदिवासी बच्चे को पूर्ण शिक्षा से लेकर नौकरी तक का पूरा समाधान देता है।
इस अवसर पर कीट डीम्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सरनजीत सिंह, रजिस्ट्रार प्रो. ज्ञान रंजन मोहंती, कीस डीम्ड विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. प्रशांत कुमार राउतराय और अतिरिक्त रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार पात्र आदि उपस्थित थे।