भुवनेश्वर, 10 अप्रैल: जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता, महान् शिक्षाविद्,कीट और कीस के संस्थापक प्रोफेसर डॉ. अच्युत सामंत को 10 अप्रैल, 2025 (गुरुवार) को बकिंघम यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम द्वारा विश्वविद्यालय के अपने स्नातक समारोह के दौरान मानद डॉक्टरेट (डॉक्टर ऑफ साइंस की डिग्री, ऑनोरिस कॉसा) प्रदान की गई। यह अच्युत सामंत की 65वीं मानद डॉक्टरेट की डिग्री है जिससे वे सम्मानित हुए।
यह सम्मान शिक्षा और सामाजिक सेवा के माध्यम से समाज में प्रोफेसर डॉ. सामंत के उल्लेखनीय योगदान को स्पष्ट करता है। प्रोफेसर डॉ. अच्युत सामंत ने इस सम्मान के लिए यूनिवर्सिटी के शीर्ष अधिकारियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा, “पिछले 33 साल से मैं समाज की बेहतरी के लिए अथक प्रयास कर रहा हूं। यह मानद डॉक्टरेट की डिग्री मेरे लिए एक यादगार मील का पत्थर रहेगी।”
गौरतलब है कि महान् शिक्षाविद् प्रोफेसर डॉ. अच्युत सामंत को अब तक दुनिया भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा इस मानद डॉक्टरेट समेत 65 मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है, जिसमें शिक्षा और समाज सेवा में उनके उत्कृष्ट योगदान को मान्यता दी गई है। डिग्री प्रदान करते हुए, विश्वविद्यालय ने शिक्षा और सामुदायिक विकास के माध्यम से जीवन को बदलने में उनके असाधारण प्रयासों की सराहना की।
बकिंघम विश्वविद्यालय ब्रिटेन का एकमात्र स्वतंत्र विश्वविद्यालय है जिसके पास रॉयल चार्टर है। यह ब्रिटेन के स्वतंत्र विश्वविद्यालयों में सबसे पुराना विश्वविद्यालय है।
महान् शिक्षाविद् प्रोफेसर डॉ. अच्युत सामंत की जीवन कहानी के बारे में जानकर विश्वविद्यालय की सीनेट आश्चर्यचकित रह गई, जो प्रेरणा और उम्मीद से भरी है। यह अदम्य मानवीय भावना, कड़ी मेहनत, दृढ़ता और सामाजिक जिम्मेदारी की शक्ति का प्रमाण है जो जीवन को बदलने और एक बेहतर दुनिया बनाने में मदद करती है।
इस अवसर पर बकिंघम विश्वविद्यालय की चांसलर डेम मैरी आर्चर, कुलपति प्रो. जेम्स टूली, उप-कुलपति, प्रो. हैरियट डनबर-मॉरिस, तथा परिषद के सदस्य और सीनेट के सदस्य भी उपस्थित थे।