कीस मानवतावादी सम्मान मानवतावाद की सर्वोच्च मान्यता : राज्यपाल
भुवनेश्वर, 30.9: प्रमुख केन्याई समाजसेवी और प्रथम महिला राचेल रुटो को 12वें कीस मानवतावादी अवार्ड-2022 से सम्मानित किया गया । शनिवार को ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेश लाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की और रेचेल को यह सम्मान प्रदान किया। रेचेल को कीस द्वारा सामाजिक सेवा, विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और उत्थान, पर्यावरण और जलवायु पर उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए यह सम्मान दिया गया है। इस सम्मान को प्राप्त करते हुए राचेल ने कहा कि “मैं कीस के सर्वोच्च सम्मान कीस मानवतावादी अवॉर्ड’ को प्राप्त करने के लिए बहुत दूर से ओडिशा आई हूं।” मेरे द्वारा किए गए काम को मान्यता देने के लिए मैं यहां की चयन समिति, कीस और इसके संस्थापक प्रो अच्युत सामंत और सभी कर्मचारियों को अपना हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करना चाहती हूं। यह सम्मान सिर्फ मेरे प्रयासों की मान्यता नहीं है, यह केन्यावासियों, विशेषकर केन्याई महिलाओं की सहनशीलता और साहस की मान्यता है। मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेश लाल ने कहा कि यह सम्मान सभी के लिए प्रेरणादायी है। यह सम्मान उन लोगों को समर्पित है जो मानवकेंद्रित दुनिया को मानवता का स्थान बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि यह सम्मान मानवतावाद की सर्वोच्च पहचान है। इस अवसर पर कीट और कीस के संस्थापक प्रो अच्युत सामंत ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि “हालांकि हम दो अलग-अलग देशों से हैं, लेकिन हमारा काम हम दोनों को एक साथ लाया है।” इस अवसर पर कीस और कीट की अध्यक्षा शाश्वती बल, कीस यूनिवर्सिटी के चांसलर सत्य एस.त्रिपाठी, भारत स्थित केन्याई महामहिम विली के बेट, कीस और कीट के उपाध्यक्ष उमापद बोस, सचिव आर एन दास और कीस और कीट के वरिष्ठ अधिकारी सहित 25 सदस्यीय केन्याई प्रतिनिधिमंडल उपस्थित थे। गौरतलब है कि कीस मानवतावादी अवॉर्ड को विश्व-प्रसिद्ध पुरस्कार के रूप में स्वीकार किया गया है। 2008 से यह सम्मान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को दिया जाता रहा है। 2018 में, प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को कीस मानवतावादी अवार्ड से सम्मानित किया गया था।