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राज्यपाल प्रो.गणेशी लाल द्वारा प्रो.अच्युत सामंत प्रसिद्ध मानवतावादी अवार्ड से हुए सम्मानित

भुवनेश्वरःपहली जूनःअशोक पाण्डेयः
भुवनेश्वर राजभवन में पहली जून को ओडिशा नागरिक सचेतन मंच तथा संस्कृति-व-संस्कृति संस्था,भुवनेश्वर की ओर से कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद के जीवन-दर्शनः अन्तर्राष्ट्रीय आर्ट ऑफ गिविंग(17मई,2023) की विश्वस्तरीय कामयाबीएक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें ओडिशा के मान्यवर राज्यपाल प्रो.गणेशी लाल ने बतौर मुख्य अतिथि योगदान किया तथा महान शिक्षाविद्,कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो.अच्युत सामंत को प्रसिद्ध मानवतावादी अवार्ड से सम्मानित किया।प्रो.सामंत को उन्होंने सत्य पथ पर चलनेवाला एक सत्यार्थी बताया। प्रो. अच्युत सामंत कोउन्होंने ओडिशा की धरती का निःस्वार्थ समाजसेवीतथा शैक्षिकक्रांति का प्रणेता बताया। देवदूत बताया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रो.सामंत की असाधारण उपलब्धियों को देखने से यह पता चलता है कि प्रो.सामंत किसी भी अवार्ड पाने से ऊपर हैं। ये निःस्वार्थ मानवता की सेवा के क्षेत्र में विश्व के शिखर पुरुष हैं।प्रो.गणेशीलाल ने यह भी बताया कि आनेवाले दिनों में वे चाहें इस दुनिया में रहूं या न रहूं लेकिन प्रो. सामंत की मान-मर्यादा को एक दिन पूरी दुनिया आदरसहित सलाम करेगी,ऐसा उनका अटल विश्वास है और उनको राज्यपालजी का यह आशीर्वाद है। प्रदोष पटनायक तथा दिलीप हाली के प्रति आभार जताते हुए अपनी प्रतिक्रिया में प्रो.अच्युत सामंत ने बताया कि उनके जीवन का वास्तविक दर्शन ऑर्ट ऑफ गिविंग है जिसकी शुरुआत उन्होंने 2013 की 17मई को बेंगलुरु से आरंभ किया था और आज इसे दुनिया के लगभग 140 देशों के लोग(प्रो,सामंत के शुभचिंतक) इस वर्ष 17मई को हर्षोल्लास के साथ मनाये। उन्होंने मुख्य अतिथि प्रो.गणेशीलाल को अपने पितातुल्य बताते हुए उनकी आत्मीयता की उन्मुक्त कंठ से प्रशंसा की।अवसर पर संत बाबा रामनारायण दास जी,प्रो सामंत के गुरु,प्रदोष पटनायक,संस्कृति-व-संस्कृति तथा ओडिशा नागरिक सचेतन मंच के अध्यक्ष,तथा सचिव दिलीप हाली मंचासीन थे। स्वागतभाषण दिया प्रदोष पटनायक ने जबकि मंचसंचालन किया डा मृत्युंजय रथ ने। आयोजन की जिम्मेदारी वखूबी निभाई डॉ.तनमय स्वाईं ने।आयोजित अभिनंदन समारोह में राजभवन के समस्त अधिकारी,सहयोगी तथा भुवनेश्वर जनपद के अनेक नामी लेखक, कवि, साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवी, शिक्षाविद् तथा प्रो. अच्युत सामंत के शुभचिंतक आदि उपस्थित थे।
अशोक पाण्डेय

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