-अशोक पाण्डेय
प्रभु बिलोकि हरषे पुरबासी।
जनित वियोग बिपत्ति सब नासी।।
-मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचन्द्रजी दुराचारी रावण का वधकर जब अयोध्या लौटे थे तो उनके अयोध्या आगमन की खुशी में अयोध्यावासियों ने अपने-अपने घरों में घी के दीये जलाकर पहली बार दीपावली मनाई थी। इसीलिए इस वर्षः2024 की दीपावली(आगामी 31 अक्टूबर को मनाई जानेवाली) राममय भारतवर्ष की दीपावली होगी क्योंकि श्रीराम शाश्वत पुरुष हंी जिनके जीवन का उद्देश्य आदर्श और मर्यादा की स्थापना करना रहा जो दीपों के पर्व दीपावली से त्रेता युग से शुरु हुआ। वास्तव में दीपावली जगमग करते दीपों का पर्व है जिसे अंधकार पर प्रकाश की विजय के रुप में,पाप पर पुण्य की विजय के रुप में ,दुराचार पर सदाचार की विजय के रुप में ,असत्य पर सत्य की विजय के रुप में तथा नकारात्मक सोच पर सकारात्मक सोच की विजय के रुप में प्रतिवर्ष सम्पूर्ण भारतवर्ष समेत विश्व के अनेक देशों में रह रहे भारतीय हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विगत 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन देशवासियों से अपने-अपने घरों में श्रीराम ज्योति जलाने और दीपावली मनाने की अपील की थी। उस दिन राम की पैड़ी पर एक लाख दीपक जलाए गए थे जबकि अयोध्या के 8,000 छोटे-बड़े मंदिरों में 10,000 से अधिक दीपक जलाए गए थे।यही नहीं,राम पहाड़ी और रामनगरी की गलियों में 5 लाख दीपक जलाए गए थे।गौरतलब है कि 2023 में अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान 22.23 लाख दीपक जलाए गए थे और 2024 में राममय भारतवर्ष की दीपावली के पावन अवसर पर अयोध्या में दीपोत्सव के लिए 25 लाख दीपक जलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस वर्ष राममय भारतवर्ष की दीपावली भारतीयता की संदेशवाहिका के रुप में मनाई जाएगी। इसलिए आगामी 31 अक्टूबर को दीपावली के दिन कुल 25 लाख मिट्टी के दीये जलाने का लक्ष्य सिर्फ अयोध्या में रखा गया है ।यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी कहते हैं कि आर्यावर्त्त में भगवान श्रीराम आ गये हैं।
2024 की राममय भारतवर्ष की दीपावली प्रत्येक भारतवासी को दीपोत्सव मनाकर अपने-अपने अंतःकरण को शुद्ध करने का संदेश देती है। राममय भारतवर्ष को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संदेश देती है। राममय भारतवर्ष राष्ट्र के प्रति सच्ची आस्था,विश्वास,राष्ट्र के शक्तिबोध और सौंदर्य बोध की संदेशवाहिका है।राममय भारतवर्ष के प्रत्येक नागरिक के लिए राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बचाने का संदेश देगी,राममय भारतवर्ष के प्रताप की जय घोष करने का संदेश देगी,राममय भारतवर्ष के चंहुमुखी विकास के प्रवाह को सतत बढ़ाने का संदेश देगी, उसे प्रभावकारी बनाने में सहयोग देने का संदेश देगी और राममय भारतवर्ष के प्रत्येक नागरिक को सच्चे देशभक्त ,ईमानदार तथा चरित्रवान नागरिक बनने की वास्तविक संदेश होगी। भारतवर्ष की सामूहिक नेति, नीति, नित्यता, निरंतरता,विशालता,तथा विश्व स्तरीय व्यापकता की पावन संदेश देगी।अब तो राममय भारतवर्ष सफलता का है,सिद्धि का है,उत्कर्ष का है,विकसित भारतवर्ष के उदय का है। ऐसे में, राममय भारतवर्ष की 2024 की दीपावली कहती है कि किसी भी सच्चे भारतवासी के जीवन में अब निराशा का कोई स्थान नहीं है। राममय भारतवर्ष की दीपावली जहां हमें सानंद दीपोत्सव मनाने का संदेश देती है वहीं अपने-अपने परिवेश की साफ-सफाई तथा स्वच्छता का भी संदेश देती है।
-अशोक पाण्डेय