भुवनेश्वरः17 फरवरीःअशोक पाण्डेय
स्थानीय सत्यनगर स्थित उत्कल अनुज हिन्दी पुस्तकालय में गत रविवार की शाम वसंतोत्सव के उपलक्ष्य में काव्यसंध्या का आयोजन हुआ। अध्यक्षता पुस्तकालय के मुख्य संरक्षक सुभाष भुरा ने की। कार्यक्रम की आरंभिक जानकारी अशोक पाण्डेय ने दी। पाण्डेय ने बताया कि डॉ हजारीप्रसाद द्विवेदी के अनुसार वसंत आता नहीं,ले आया जाता है।पाण्डेय के अनुसार पुस्तकालय के सदस्यों में विचार-विनिमय संस्कृति के विकास की आवश्यकता है। काव्य संध्या में भाग ले रहे कवियों के विचार भले ही अलग-अलग हों लेकिन वे एक-दूसरे की लेखनी को धैर्य के साथ सुनें और दूसरे कवि-कवयित्रीगण भी पूरी आत्मीयता के साथ सभी को सुनें। गौरतलब है कि यह पुस्तकालय 2015 से ही बड़े-बुजुर्ग कवियों का आदर-सम्मान करते आ रहा है।समारोह की अध्यक्षता कर रहे सुभाष चन्द्र भुरा ने आगत सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि धीरे-धीरे पुस्तकालय में नवोदित कवियों की संख्या में अभिवृद्धि हो रही है,यह एक शुभ संकेत है।स्वरचित कवितापाठ करनेवालों में सी ए अनुप कुमार अग्रवाल,गुरुशंकर झा,महेश सेठिया,मीना सहगल,ऋतु महिपाल,आशीष विद्यार्थी,गोपाल कृष्ण सिंह,अमिता सिंह,प्रकाश भुरा, अविनाश दाश, शशि मिमानी,डॉ हेनरीता मिश्रा,डॉ.रवीन्द्र दुबे तथा नियाजुद्दीन आदि शामिल थे। उपस्थित श्रोताओं में श्रीमती अंजना भुरा,सुशीला भुरा,सजन लढानिया,डॉ निधि गर्ग,तेजप्रताप शर्मा,गौरीशंकर अग्रवाल,शालिन अग्रवाल,डॉ मानस कुमार बेहरा,दीप्ति दाश, कार्यक्रम का संचालन किशन खण्डेलवाल ने किया।
अशोक पाण्डेय