भुवनेश्वरः07दिसंबरःअशोक पाण्डेयः
प्रतिवर्ष शीतकालीन सत्र में कीट-कीस में आयोजित होनेवाले अनेकानेक राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक, सांस्कृतिक तथा खेल स्पर्धाओं में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश के हजारों खिलाडी कीट-कीस का विजिट करते हैं। इस वर्ष 2021 में नवंबर-दिसंबर में लगभग बीस हजार खिलाडियों ने कीट-कीस अपनी आंखों से देखा तथा वहां के अद्भुत खेल संसाधन तथा आतिथ्य-सत्कार की सराहना की।गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बावजूद भी कीट-कीस पूरे एहतियात के साथ अपने यहां आनेवाले खिलाडियों का बडी आत्मीयता के साथ आव-भगत किया और खेल के उपरांत उन्हें प्रसन्नता के साथ विदा किया। पिछले दो महीनों के दौरान कीट-कीस में अनेक क्षेत्रीय,राष्ट्रीय,अन्तर्राष्ट्रीय खेल स्पर्धाएं आयोजित हुईं जिनमें अण्डर-19 थर्ड फेज खो-खो चैंपियनशिप(महिला-पुरुष), यूथ गेमः2021, संतोष ट्राफी फुटबाल(पूर्वांचल), बीसीसीआई अण्डर-19 कूच बिहार ट्राफीः2021-22(प्लेट ग्रूप), अण्डर-18 सातवां बालिका-बालक)जूनियर रग्बी,पूर्वांचल इण्टर-यूनिवर्सिटी फुटबाल(महिला), माल्डीवीज नेशनल वोलीबाल टीम, महिला-पुरुषसातवीं सीनियर नेशनल रग्बीचैपियनशिप, महिला-पुरुष आल इण्डिया महिला-पुरुष इण्टर यूनिवर्सिटी अक्वाटिक्स,इस्ट जोन इण्टर यूनिवर्सिटी (पुरुष), चतुर्थ पारा-बैडमिंटन चैंपियनशिप(महिला-पुरुष)आल इण्डिया इण्टर जोन टेनीस (पुरुष) ,आल इण्डिया इण्टर जोन वालीबाल(महिला-पुरुष), आल इण्डिया इण्टर यूनिवर्सिटी एथेलेटिक (महिला),सीनियर-जूनियर युवाओं का नेशनल वेटलीफ्टिंग चैपियनशिप तथा बालक-बालिका शतरंज चैपियनशिप आदि। अपनी प्रतिक्रिया में कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने बताया कि उनके विदेह जीवनयापना का एकमात्र उद्देश्य (केजी से पीजी तक निःशुल्क) कीस के माध्यम से उत्कृष्ट तालीम देना तथा आदिवासी युवाओं का सर्वांगीण विकास करना है। उनका दूसरा शौक कीट-कीस में खेलों के आयोजन के माध्यम से युवाओं में आपसी भाईचारे की भावना को बढाना है जो अनवरत चलता रहेगाऔर यहीं ओडिशा की वास्तविक पहचान है जिसको वे आजीवन पूरा करते रहेंगे।
अशोक पाण्डेय
विगत दो महीनों(नवंबर-दिसंबर) में कुल बीस हजार खिलाडियों ने कीट-कीस विजिट किया
