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श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह भुवनेश्वर राजभवन में आयोजित प्रतियोगिता में अव्वल आईं स्वरुपा सिंह,उपविजेता रहीं आस्था महापात्र तथा तीसरे स्थान से संतोष करनेवाली गुंजन अग्रवाल को राज्यपाल ने पुरस्कृत किया।

राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल ने राष्ट्रीय कवि संगम संस्था को दिया 2.5लाख का अनुदान
“श्रीराम के साथ-साथ मां सीता को भी राम जैसा ही सम्मान दें। जगत को राममय बनाने के लिए राम को अर्द्धनारीश्वर रुप में अपनायें। “–प्रोफेसर गणेशीलाल,राज्यपाल,ओडिशा

भुवनेश्वरः26अक्तूबरःअशोक पाण्डेयः
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वाधान में राजभवन,भुवनेश्वर में आयोजित श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्यअतिथि के रुप में युवा विजेताओं को पुरस्कृतकर उन्हें संबोधित करते हुए ओडिशा के मान्यवर राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल ने बताया कि जिस प्रकार रामकथा के मर्मज्ञ विश्वविख्यात रामायणी परमसंत मोरारी बापू ने यूएन में पूरे विश्व के देशों के लिए प्रेम की भाषा को अपनाने की बात कही है, ठीक उसी प्रकार आज की आयोजित श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता के विजेताओं को सुनने से उनको ऐसा लगा कि भारतीय पुरुष प्रधान समाज में नारी का भी पुरुष के समकक्ष स्थान देने की जरुरत है क्योंकि राम को मर्यादापुरुषोत्तम बनाने में माता सीता का भी उतना ही योगदान रहा है। गोस्वामी तुलसीदास का रामचरितमानस पारिवारिक,सामाजिक और राष्ट्रीय समन्वय की एक विराट चेष्टा है जिसमें नारी के महत्त्व को निःसंदेह रुप से स्वीकारा गया है। भारतीय समाज और राष्ट्र के उत्तरोतर विकास के लिए राम की भूमिका को अर्द्धनारीश्वर रुप में अपनाने की आज आवश्यकता है जिसमें राम और सीता दोनों की भूमिका समान होनी चाहिए। श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अव्वल आईं बलंगीर की सुश्री स्वरुपा सिंह,उपविजेता रहीं बरगढ की सुश्री आस्था महापात्र तथा तीसरे स्थान से संतोष करनेवाली बालेश्वर की सुश्री गुंजन अग्रवाल समेत अनेक विजेताओं को भी राज्याल ने पुरस्कृत किया। गौरतलब है कि सभी विजेताओं ने अपनी-अपनी कविताओं का सस्वर वाचन किया जो उत्साहवर्द्धक रहा। राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल ने राष्ट्रीय कवि संगम संस्था के उत्तरोतर विकास के लिए अध्यक्ष श्री जगदीश मित्तल को 2.5लाख का अनुदान देने की घोषणा की। राज्यपाल का सम्मान स्मृतिचिह्न तथा अंगवस्त्र आदि भेंटकर किया गया। अपने संबोधन में राष्ट्रीय कवि संगम संस्था के अध्यक्ष श्री जगदीश मित्तल ने राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल के प्रति सादर आभार जताते हुए प्रोफेसर गणेशीलाल जी के साथ लगभग 50साल व्यतीत किये गये निःस्वार्थ समाजसेवा के दिनों की यादकर भावविभोर हो उठे।श्री महेश शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय कवि संगम संस्था का विस्तार बहुत ही कम समय में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हो चुका है। उन्होंने राष्ट्रीय कवि संगम की ओडिशा इकाई के तत्वाधान में आयोजित श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता के प्रांतीय अध्यक्ष श्री गजानन्द शर्मा तथा उनकी पूरी टीम को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। आभार प्रदर्शन श्री अजय अग्रवाल,संस्था के प्रांतीय संरक्षक ने किया।
अशोक पाण्डेय

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