समस्त जगन्नाथ भक्तगण!
आपका भक्त-जीवन जगन्नाथ सेवा-भक्ति में पूर्णतः समर्पित जीवन होना चाहिए.
अगर आप ऐसा कर सकते हों तो सच मानिए, आपका स्थान भगवान जगन्नाथ के हृदय में अवश्य होगा.
इसलिए आप प्रातः स्मरणीय, दर्शनीय, वंदनीय और अनुकरणीय उस पुरुषोत्तम की अनवरत सेवा और अटूट भक्ति अवश्य करें!
जय हो कालिया की!
