मैं,अशोक पाण्डेय,सम्पादकः महाप्रभु.इन,आलोकपुरुष.इन। मेरे दो बेटे हैं,अनुप और आनन्द। 14सितंबर हिन्दी दिवस है। उसी दिन मेरे बडे बेटे अनुप का हैप्पी बर्थडे भी है। मैंने केन्द्रीय विद्यालय संगठन में देश-विदेश में हिन्दी शिक्षक के रुप में काम किया। मास्को स्थित भारतीय राजदूतावास के केन्द्रीय विद्यालय तथा जवाहरलाल सांस्कृतिक केन्द्र पर हिन्दी व्याख्याता के रुप में काम किया। जापान के पांच नगरों को भी देखने का मुझे मौका मिला। मेरे दोनों बेटे अनुप और आनन्द मास्को से क्रमशः बारहवीं तथा दसवीं की सीबीएसइ की परीक्षा पास की। अनुप ने दसवीं की बोर्ड परीक्षा में सामाजिक विज्ञान में पूरे भारत में अव्वल स्थान लाया। उसने मेरा मान-सम्मान मास्को राजदूतावास समेत पूरे केन्द्रीय विद्यालय संगठन में बढाया। अनुप अपने छात्र-जीवन में अंग्रेजी तथा हिन्दी में अच्छा लिखता था। जब वह भुवनेश्वर,यूनिट-9,केन्द्रीय विद्यालय में अध्ययनरत था तो उसने हिन्दी में एक व्याकरण की पुस्तक लिखी जिससे उसके साथ-साथ मेरी प्रशंसा भी चारों तरफ बढी। अनुप को मैंने बडी मुश्किल से इंजीनियरिंग पढाया।अर्थाभाव के कारण उसे आगे नहीं पढा सका। आज अनुप बेल्जियम में एक भारतीय सोफ्टवायर कंपनी में डेपुटेशन पर इंजीनियर है। अनुप ने मुझसे कभी कुछ नहीं मांगा,बदले में मेरे जन्मदिन,पहली जनवरी को प्रतिवर्ष हजारों रुपये का तोहफा भेजता रहा। केन्द्रीय विद्यालय नं.6,पोखरीपुट,भुवनेश्वर से जब मैं 31दिसंबर,2013 को प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुआ तो आजीवन जगन्नाथसेवा के लिए भुवनेश्वर में ही बस गया। लेकिन अनुप ने 2015 में बैंगलोर में तीन बेडवाला एक एपार्टमेट खरीद लिया। अनुप को अपने से अधिक मेरी,अपनी मां और अपने छोटे भाई आनन्द आदि की चिंता रहती है। आज मैं अपने अनुप के जन्मदिन पर अपनी लेखनी के माध्यम से हिन्दी दिवस पर बहुत-बहुत शुभकामना तथा बधाई दे रहा हूं और जगत के नाथ श्री श्री जगन्नाथ भगवान से अनुप के यशस्वी तथा तेजस्वी होने की प्रार्थना करता हूं।
अशोक पाण्डेय
अनुप के पिताजी
14सितंबर,2021
सम्पादकः महाप्रभु.इन,आलोकपुरुष.इन
हैप्पी बर्थडे अनुप”
