भुवनेश्वर, 27 दिसंबर: इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन (IEA) सम्मेलन का 106वां संस्करण महत्त्वपूर्ण आर्थिक पहलुओं, प्रौद्योगिकी और नीति-निर्माण के उभरते परिदृश्य पर प्रकाश के साथ शुरू हुआ। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और भारत के योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने प्रतिस्पर्धी हितों के बावजूद भारतीय लोकतंत्र की ताकत, बदलती सरकारों के बावजूद नीतिगत निरंतरता सुनिश्चित करने को रेखांकित किया। उन्होंने निर्णय लेने की प्रक्रियाओं को प्रभावित करने में तकनीकी दिग्गजों की बढ़ोतरी पर जोर देते हुए, विकसित हो रही प्रौद्योगिकी के प्रभाव पर प्रकाश डाला। डॉ. अहलुवालिया ने प्रौद्योगिकी आधारित प्रगति के साथ आवश्यक आसन्न संरचनात्मक परिवर्तनों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने नवाचार को बाधित किए बिना नई प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के लिए एक संतुलित नीति दृष्टिकोण की वकालत की और कमजोर आबादी की नौकरियों तक पहुंच सुनिश्चित करने के महत्त्व पर जोर दिया। उन्होंने अर्थशास्त्रियों से इन चुनौतियों पर विचार करने का आग्रह किया और भारतीय आर्थिक संघ के भीतर विविध दृष्टिकोणों को प्रोत्साहित किया। कीट-कीस के संस्थापक और इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के संरक्षक डॉ. अच्युत सामंत ने कीट में सम्मेलन की मेजबानी के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने संस्थान के वित्तीय प्रबंधन पर प्रकाश डाला और कीट-कीस की शुरुआत को याद किया। इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. विश्वजीत चटर्जी ने वृहद स्तर पर भारतीय अर्थव्यवस्था की एक विस्तृत तस्वीर पेश की। अन्य वक्ताओं में सम्मेलन के एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. तपन कुमार शांडिल्य, मुख्य संयोजक डॉ. अनिल कुमार ठाकुर, आईईए के उपाध्यक्ष डॉ. ए. जोथी मुरुगन, आईईए के उपाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र अवस्ती सहित अन्य शामिल थे। अवसर पर जाने-माने अर्थशास्त्री प्रो. वेदगिरि शनमुगसुंदरम को आर्किटेक्ट ऑफ आईईए पुरस्कार से सम्मानित किया गया और बेस्ट कंट्रोलर का पुरस्कार बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. संजय कुमार को दिया गया। ज्ञानचंद अकादमिक उत्कृष्टता पुरस्कार टी एम भागलपुर विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के पोस्ट-डॉक्टरल शोधकर्ता पंकज कुमार को दिया गया। इस अवसर पर डॉ. अहलुवालिया ने कीट-कीस के संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत के योगदान के सम्मान में ‘शिक्षा, सशक्तिकरण और ज्ञानोदय के लिए सामुदायिक निर्माता’ नामक एक विशेष पुस्तक का विमोचन किया।
106वां भारतीय आर्थिक संघ सम्मेलन कीट में उद्घाटित
