घुमावदार रीढ़ की हड्डी हुई सीधी भुवनेश्वर: कीम्स के डॉक्टरों ने एक लड़की की घुमावदार रीढ़ की हड्डी की सफलतापूर्वक
कथाव्यास आचार्य गिरिधर गोपाल शास्त्री जी ने व्यासपीठ से मानस में वर्णित शुभ आचरण करते हुए श्रीराम जैसे गुरुभक्त,माता-पिताभक्त,भरत जैसे
पहले सत्र में कथाव्यास ने राममचरितमानस में वर्णित सुंदरकाण्ड की चर्चा की वहीं दूसरे सत्र में दादी मां मंगलपाठ हुआ
कथाव्यास ने नवधाभक्ति पर सारगर्भित प्रवचन दिया भुवनेश्वरः25जुलाईःअशोक पाण्डेयः भुवनेश्वर, हरिबोल परिवार द्वारा आयोजित 09 दिवसीय रामकथा केसातवें दिवस पर
आज की कथा पूरी तरह से चित्रकूट में राम-भरत-मिलन प्रसंग पर ही केन्द्रित रही भुवनेश्वरः24जुलाईःअशोक पाण्डेयः भुवनेश्वर, हरिबोल परिवार द्वारा
भुवनेश्वरः23जुलाईःअशोक पाण्डेयः स्थानीय तेरापंथ भवन में चल रही रामकथा के पांचवें दिन आयोजित रामकथा व्यास गिरिधर गोपाल शास्त्री ने राम
भुवनेश्वरः22जुलाईःअशोक पाण्डेयः हरिबोल परिवार,भुवनेश्वरद्वारा स्थानीय तेरापंथ भवन में आयोजित रामकथा के चौथे दिवस पर व्यासपीठ से सीताराम विवाह जैसे अनेक
-अशोक पाण्डेय हिन्दी कविता का आरंभ वियोग और करुणा से हुआ जो आज हास्य-विनोद और व्यंग्य के रुप में अपनी
धनुषयज्ञ,सीताराम विवाह जैसे आकर्षक प्रसंगों पर भावग्राही कथा सुनाईकथाव्यास पण्डित गिरिधर गोपाल शास्त्री ने भुवनेश्वरः21जुलाईःअशोक पाण्डेयः हरिबोल परिवारभुवनेश्वर के सौजन्य
-अशोक पाण्डेय कालजयी सद्ग्रंथ महाकाव्य रामचरितमानस के बालकाण्ड के मंगलाचरण में गोस्वामी तुलसीदास ने स्पष्ट रुप में लिखा है- वर्णानामर्थसंघानां