ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं है, अपना ये त्यौहार नहीं है अपनी ये तो रीत नहीं है अपना ये
दो का सबसे अधिक ध्यान रखें:- धीरज और विवेक का। राजा जनक जो विदेह थे फिर भी धीरज खो दिए।
-अशोक पाण्डेय 28 दिसंबर,2024 ——————- गुरु वसिष्ठ ने श्रीराम और उनके भाइयों को नवीनता को अपनाने का संदेश दिया। शांतिदूत
माननीय केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे भुवनेश्वर, 28
मुख्य अतिथि के रूप में माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी बढ़ाएंगे कार्यक्रम की शोभा भुवनेश्वर, 27 दिसंबर 2024:
-अशोक पाण्डेय ——————– एक छोटी पहाड़ी थी। वहां पर शिवजी का एक मंदिर था। उस मंदिर के जो भी पुजारी
-अशोक पाण्डेय ——————– एक सज्जन हैं । वे जगन्नाथ भगवान और गरीबों से प्रेम करते हैं। वे दिन रात- अपनी
भुवनेश्वरः23 दिसंबरःअशोक पाण्डेयः 23 दिसंबर को अपने ही उन्मुक्त मंच पर अद्यंत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,भुवनेश्वर ने “डिवाइन कनेक्शन”गायत्री महायज्ञ नामक
2025 प्रतियोगिता के रजत वर्ष के उपलक्ष्य में अवार्ड राशि बढ़ाकर क्रमशः 10 लाख रुपये, 7 लाख रुपये और 5
-अशोक पाण्डेय ——————– यह सच है कि बुरी संगति का फल बुरा होता है और अच्छी संगति का फल अच्छा