आज हमसब को माखनलाल चतुर्वेदी की कविता “पुष्प की अभिलाषा” को याद करना चाहिए। जिस प्रकार एक फूल चाहता है
-अशोक पाण्डेय, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त. भाषा के आधार पर गठित ओड़िशा भारत का पहला प्रदेश है।यह एक अहिन्दीभाषी प्रदेश है
-अशोक पाण्डेय संस्कृति प्रधान समृद्ध देश भारत के श्रीजगन्नाथ धाम के श्रीमंदिर के रत्नवेदी पर विराजमान हैं जगत के नाथ,महाप्रभु
-विश्लेषक :अशोक पाण्डेय ——————— “मेरी राम कहानी में” शिवपूजन सहाय लिखते हैं कि आजकल डाक्टरों की अंगुलियां रोगियों की नब्ज
-अशोक पाण्डेय ——————— सबसे व्यावहारिक बात, विचार और संदेश यह है कि हमसभी अपने -अपने माता-पिता को ही अपने सफल
अशोक पाण्डेय, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त विश्व का एकमात्र देश भारत ही है जहां पर ब्राह्मण,गाय,देवता तथा सज्जनों की रक्षा के
-अशोक पाण्डेय —————— ‘गीता’ में वक्ता हैं शांतिदूत श्रीकृष्ण और श्रोता हैं अर्जुन। दोनों के वार्तालाप को अगर ध्यान से
एक परिवार को आनंदमय तरीके से चलाने के लिए पांच शीलों : संस्कार, सहकारिता,आपसी सहमति, प्रगतिशीलता और एक -दूसरे पर
“आज देश को कर्मवीरों की जरूरत है,आलोचकों की नहीं।आज देश को शक्ति बोध और सौंदर्य बोध वालों की जरूरत है।
-अशोक पाण्डेय ——————– कल किसी ने भी नहीं देखा है।राजा-रंक सभी को आज और अभी में ही जीना होता है।