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Month: June 2025

“भगवान जगन्नाथ आजीवन शिशु हैं।”News

“भगवान जगन्नाथ आजीवन शिशु हैं।”

-अशोक पाण्डेय ——————- भगवान जगन्नाथ के‌ विषय में‌ अनेक किंवदंतियां हैं, रहस्य हैं और मान्यताएं हैं। जैसे : दारु विग्रह
भगवान जगन्नाथ के प्रथम सेवकः पुरी धाम के गजपति महाराजाःNews

भगवान जगन्नाथ के प्रथम सेवकः पुरी धाम के गजपति महाराजाः

श्री श्री दिव्य सिंहदेव जी महाराजा भगवान जगन्नाथ के प्रथम सेवक पुरी धाम के गजपति महाराजा श्री श्री दिव्य सिंहदेवजी
“पंचभूतों की सेवा ही भगवान जगन्नाथ का पावन संदेश है।”News

“पंचभूतों की सेवा ही भगवान जगन्नाथ का पावन संदेश है।”

-अशोक पाण्डेय ——————- भगवान जगन्नाथ जी संस्कृति की सात्विक और तात्विक समीक्षा से यह स्पष्ट होता है कि एकतरफ जहां
“भगवान जगन्नाथ न स्थाई दुख देते हैं न ही स्थाई सुख।”News

“भगवान जगन्नाथ न स्थाई दुख देते हैं न ही स्थाई सुख।”

-अशोक पाण्डेय —————– भगवान जगन्नाथ की कृपा, दया, करुणा, सहयोग और करिश्मा की प्रत्यक्ष कहानी अनेक हैं। विद्यापति जयदेव, चैतन्य,
भाव ग्राही हैं पुरुषोत्तम श्री जगन्नाथ जीNews

भाव ग्राही हैं पुरुषोत्तम श्री जगन्नाथ जी

-अशोक पाण्डेय ————— मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान जगन्नाथ जी कलियुग के एक मात्र भाव ग्राही जगदीश हैं। यह अनुभव उनकी कुल
*ब्रह्मगिरि का भगवान अलारनाथजी के मंदिर और वहां के खीर भोग की महत्ता “News

*ब्रह्मगिरि का भगवान अलारनाथजी के मंदिर और वहां के खीर भोग की महत्ता “

-अशोक पाण्डेय —————- प्रकृति की अनुपम छटा संपन्न सुरम्य वादियों में अवस्थित है ब्रह्मगिरि जहां पर भगवान विष्णु की चार
अहमदाबाद एअरक्रेस में मरे सभी यात्रियों को भगवान जगन्नाथ जी अपने हृदयाकाश में समाविष्ट करेंNews

अहमदाबाद एअरक्रेस में मरे सभी यात्रियों को भगवान जगन्नाथ जी अपने हृदयाकाश में समाविष्ट करें

अहमदाबाद एअरक्रेस में मरे सभी यात्रियों को भगवान जगन्नाथ जी अपने हृदयाकाश में समाविष्ट करें साथ ही साथ उनके परिवार

नहीं रहीं विश्व विख्यात श्रीराम कथा व्यास मोरारी बापू की पत्नी नर्मदा बा

नहीं रहीं विश्व विख्यात श्रीराम कथा व्यास मोरारी बापू की पत्नी नर्मदा बा । वे 79 वर्ष की थी जो
“श्रीपुरुषोत्तम क्षेत्र शबर-ब्राह्मण  महामिलन क्षेत्र भी है।”News

“श्रीपुरुषोत्तम क्षेत्र शबर-ब्राह्मण महामिलन क्षेत्र भी है।”

-अशोक पाण्डेय —————– तीर्थ,धाम और क्षेत्र तीनों है श्रीपुरुषोत्तम क्षेत्र। यहां के महोदधि में पवित्र स्नान “मोक्ष स्नान” भी कहलाता
“देवस्नान पूर्णिमा आज”News

“देवस्नान पूर्णिमा आज”

-अशोक पाण्डेय ——————- एक तरफ प्रकृति के प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्यदेव की प्रथम किरण कलियुग के पूर्ण दारु ब्रह्म पुरुषोत्तम

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