-अशोक पाण्डेय ——————- भगवान जगन्नाथ के विषय में अनेक किंवदंतियां हैं, रहस्य हैं और मान्यताएं हैं। जैसे : दारु विग्रह
श्री श्री दिव्य सिंहदेव जी महाराजा भगवान जगन्नाथ के प्रथम सेवक पुरी धाम के गजपति महाराजा श्री श्री दिव्य सिंहदेवजी
-अशोक पाण्डेय ——————- भगवान जगन्नाथ जी संस्कृति की सात्विक और तात्विक समीक्षा से यह स्पष्ट होता है कि एकतरफ जहां
-अशोक पाण्डेय —————– भगवान जगन्नाथ की कृपा, दया, करुणा, सहयोग और करिश्मा की प्रत्यक्ष कहानी अनेक हैं। विद्यापति जयदेव, चैतन्य,
-अशोक पाण्डेय ————— मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान जगन्नाथ जी कलियुग के एक मात्र भाव ग्राही जगदीश हैं। यह अनुभव उनकी कुल
-अशोक पाण्डेय —————- प्रकृति की अनुपम छटा संपन्न सुरम्य वादियों में अवस्थित है ब्रह्मगिरि जहां पर भगवान विष्णु की चार
अहमदाबाद एअरक्रेस में मरे सभी यात्रियों को भगवान जगन्नाथ जी अपने हृदयाकाश में समाविष्ट करें साथ ही साथ उनके परिवार
नहीं रहीं विश्व विख्यात श्रीराम कथा व्यास मोरारी बापू की पत्नी नर्मदा बा । वे 79 वर्ष की थी जो
-अशोक पाण्डेय —————– तीर्थ,धाम और क्षेत्र तीनों है श्रीपुरुषोत्तम क्षेत्र। यहां के महोदधि में पवित्र स्नान “मोक्ष स्नान” भी कहलाता
-अशोक पाण्डेय ——————- एक तरफ प्रकृति के प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्यदेव की प्रथम किरण कलियुग के पूर्ण दारु ब्रह्म पुरुषोत्तम