-अशोक पाण्डेय श्री जगन्नाथ पुरी के श्रीमंदिर के स्नान मण्डप पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली चतुर्धा देवविग्रहों की देवस्नान पूर्णिमा
भुवनेश्वर, 7.6: महान् शिक्षाविद्, सामाजिक कार्यकर्ता और कीट- कीस के संस्थापक प्रोफेसर अच्युत सामंत को ताइवान के चाओयांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
-अशोक पाण्डेय ——————- “नारद की बात मानकर जगन्नाथ जी पूर्ण दारु ब्रह्म रूप में अवतार ले लिए, बलभद्र जी और
– ओडिशा में पहला ‘जैगुआर डायरेक्टर्स क्लब शोरूम’ बना भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के लक्ष्मीसागर में स्वस्तिक सैनिटेशन के
आज निर्जला एकादशी है। गायत्री जयंती है। श्रीकृष्ण (जगन्नाथ) रूक्मिणी विवाह है। ऐसे पावन अवसर पर यह जानकारी देना परम
—————— तीर्थ, क्षेत्र और धाम की त्रिवेणी है पुरुषोत्तम नगरी पुरी । यहीं पर विराजमान हैं भगवान जगन्नाथ अपने चतुर्धा
-अशोक पाण्डेय -अशोक पाण्डेय भगवान जगन्नाथ जी अपने चतुर्धा देवविग्रह रुप में प्रकृति के साथ मानव संबंध को बताते हैं
प्रथम मारवाड़ी सोसायटी,भुवनेश्वर लाइफटाइम एचिवमेंट अवार्ड से सम्मानित शिबुभाई को हैप्पी बर्थडे। 06जून,1965 को जन्मे मारवाड़ी सोसायटी भुवनेश्वर के उपाध्यक्ष
-अशोक पाण्डेय —————— जैसा कि हमारे पुराण , विशेषकर स्कन्द पुराण यह स्पष्ट करता है कि भगवान जगन्नाथ के पूर्ण
-अशोक पाण्डेय —————- यह दिव्य घटना 1986 की है। रथयात्रा की सारी रीति -नीति संपन्न हो चुकी थी। भगवान जगन्नाथ