-प्रोफेसर अच्युत सामंत भारतीय सभ्यता के अनादि चिंतन में, शिक्षा और संस्कार,- ये दो ऐसे शब्द हैं जो हमेशा एक
भुवनेश्वरः25अगस्तःअशोक पाण्डेयः स्थानीय रवींद्रमण्डप में 25 अगस्त को सायंकाल चिंता-व-चेतना नामक संस्था के सौजन्य से 48वां तीन दिवसीय वर्षा महोत्सव
आज का भारत हरप्रकार से एक संक्रमण काल के दौर से गुजर रहा है. आज सम्पूर्ण भारत की भारतीयता पर
भुवनेश्वर, 18 अगस्त, 2025: भूटान के 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने, जिसमें विभिन्न स्कूलों के 30 बौद्ध भिक्षु शिक्षक और शिक्षा
यह कैसा शाश्वत सत्य है कि जीवन में, हम सभी सफलता, शांति और खुशी के लिए प्रयास करते हैं। हम
युवाओं को एक स्थायी भविष्य के लिए लचीलेपन को नए सिरे से परिभाषित करना होगा: ओडिशा के राज्यपाल, डॉ. हरिबाबू
जब करोडों जन्मो का पुण्यफल प्राप्त होता है तो उसे ही श्रीमद्भागवत कथा श्रवण का लाभ मिलता है. 👌🙏👍 श्रीमद्भागवत
समस्त जगन्नाथ भक्तगण! आपका भक्त-जीवन जगन्नाथ सेवा-भक्ति में पूर्णतः समर्पित जीवन होना चाहिए. अगर आप ऐसा कर सकते हों तो
अगर आप एक सच्चे अहिंसावादी हैं तो यह अवश्य जानिए- कि सम्पूर्ण यज्ञ में दिया गया दान, सम्पूर्ण तीर्थों में













