इस नश्वर संसार को, इस संसार के मोहमाया और इन सभी से मुक्ति दिलाने के लिए जगत के नाथ भगवान
आज सावन की अंतिम सोमवारी है. इसलिए आज आप अपने दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर 108 बेलपत्रों के साथ शिवलिंग
“संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम्। देवा भागं यथा पूर्वे संजानाना उपासते॥” अथर्ववेद – 3.30.3 ❤️ हम सब संग संग
डमरूधारी भगवान शिव की जय हो! किसी से कुछ लेना नहीं सिर्फ देना ही आपका काम है हे डमरूधारी. अगर
👍सत्य में अटूट विश्वास और श्रद्धा रखनेवाले शिवभक्त आपश्री अपने व्यक्तिगत जीवन में प्रत्येक क्षण परीक्षा देते रहते हैं और
🙏जय शिवशंकर!🙏 🙏जय भूतनाथ!🙏 👍हे शिवभक्तों!आपका मानवसेवा प्रेम पूरी तरह से व्यावहारिक प्रेम होना चाहिए वैसे ही जैसे भगवान शिवशंकर
विप्र फाउंडेशन व महिला प्रकोष्ठ,भुवनेश्वर शाखा द्वारा बुधासोसायटी में 30-7-25 को तीज का महोत्सव बहुत ही हर्ष और उल्लास के
🙏जलतत्व पर ही आधारित हैं हमारे प्राणमन तत्व और उसी से संचालित होता है हमारा मन, बुद्धि और अंत:करण.🙏 👍भगवान
आप अपने सरल हृदय से यह सहर्ष स्वीकार कर लें कि महाप्रभु लिंगराज भगवान ही आपके सिर्फ अपने हैं. 👍👍👍👍
राइन-रूहर (जर्मनी), 28 जुलाई: जर्मनी के राइन-रूहर में संपन्न हुए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में कीट डीम्ड विश्वविद्यालय ने अभूतपूर्व









