“आज देश को कर्मवीरों की जरूरत है,आलोचकों की नहीं।आज देश को शक्ति बोध और सौंदर्य बोध वालों की जरूरत है।
-अशोक पाण्डेय ——————– कल किसी ने भी नहीं देखा है।राजा-रंक सभी को आज और अभी में ही जीना होता है।
-अशोक पाण्डेय ———————– यह सृष्टि माया का मोहक नंदन कानन है।यह एक ऐसा खुबसूरत जंगल है जहां पर रज,तम और
-अशोक पाण्डेय ———————- जगत के नाथ की लीला अपरम्पार है।”गज़ब रचा खिलौना माटी का!” राजा-रंक, पण्डित- पुजारी, ज्ञानी -अज्ञानी,साधु -चोर,व्यापारी
-अशोक पाण्डेय ——————— ‘ज्ञान’ तो मां सरस्वती का वरदान है जिसको सबसे पहले ग्रहण किया था आदिकवि वाल्मीकि ने। सद्गुरूओं
-अशोक पाण्डेय ——————— एक किसान और एक जमींदार में मूल अंतर यह है कि किसान इस सृष्टि का ब्रह्मा, विष्णु
-अशोक पाण्डेय ———————- शाश्वत सत्य बात शत्रु और मित्र के विषय में यह है कि हमारा अहंकार ही हमारा सबसे
भुवनेश्वरः25 अप्रैलःअशोक पाण्डेयः मारवाड़ी युवामंच भुवनेश्वर की नव निर्वाचित अध्यक्षा गीतांजलि केजरीवाल के कुशल नेतृत्व में गत दिन शाम में
भुवनेश्वर, 25अप्रैल,अशोक पाण्डेयः गत दिनों स्थानीय जनता मैदान में चल रहे क्रेडाई एक्सपोः2025 को ओड़िशा सरकार के राजस्व मंत्री सुरेश
जो व्यक्ति ईर्ष्यालु होता है,दूसरों से द्वेष रखता है,जो डरपोक होता है और दूसरों से दुश्मनी रखता है उसको दूसरों