भुवनेश्वर,16 अगस्तःअशोक पाण्डेयः श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में स्थानीय श्रीश्याम मंदिर झारपाड़ा में सायंकाल श्रीकृष्ण बाल-गोपाल झांकी तथा भजन समारोह
इसीलिए आप अपने पारदर्शी व्यक्तित्व में चातक, हंस, तोता और मीन जैसा विलक्षण गुण लाएं! भगवान श्रीकृष्ण प्रातः स्मरणीय, दर्शनीय,
स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर उत्कल अनुज हिंदी पुस्तकालय, भुवनेश्वर में एक शाम शहीदों के नाम कवि सम्मेलन का
आज के बच्चों को भारत और भारतीयता तथा सनातनी संस्कार और संस्कृति को अपनाने की शिक्षा चाहिए-संजय लाठ,अध्यक्ष भुवनेश्वर,15 अगस्त,अशोक
– अशोक पाण्डेय एक सफल कारोबारी के लिए एक चातक जैसा,एक हंस जैसा,एक तोता जैसा तथा एक क्षीरसागर की मछली
आज आजाद भारत की आजादी की 78वीं वर्षगांठ है और 79वां राष्ट्रीय पर्व है. ऐसे में, आपसे सच्ची देशभक्ति और
श्रीमद् भागवत जीवनोपयोगी कथा के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में भक्ति, ज्ञान और त्याग की नितांत आवश्यकता है. आज
यह सत्य है कि सद्गुरु ही हमें त्यागी और वैरागी बना सकते हैं. सच मानिए, आपके लिए विषय वासना को
जिस प्रकार जीवन का दर्शन “देने की कला” है ठीक उसी प्रकार व्यक्तिगत जीवन जीना भी एक कला है. एक
तीन ही आपको सबल बनाते हैं:आध्यात्मिक बल, व्यावहारिक ज्ञान और ईश्वर में अटूट विश्वास. 🙏🙏🙏🙏🙏 आपका आध्यात्मिक बल दुनिया से