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आईआईटी भुवनेश्वर ने जंधी जयंती पर सफाई मित्रों को सम्मानित किया स्वच्छता ही सेवा विशेष अभियान सफलतापूर्वक संपन्न

भुवनेश्वर, 2 अक्टूबर 2024: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर ने स्वच्छता ही सेवा – 2024 अभियान के दौरान परिसर के अंदर और बाहर सफाई गतिविधियों में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए 25 हाउसकीपिंग और बागवानी कर्मचारियों को सफाई मित्र पुरस्कार – 2024 से सम्मानित किया। संस्थान में गांधी जयंती समारोह के अवसर पर आईआईटी भुवनेश्वर के निदेशक प्रोफेसर श्रीपाद कर्मलकर द्वारा पुरस्कार सौंपे गए। उल्लेखनीय है कि आईआईटी भुवनेश्वर राष्ट्र के स्वच्छता ही सेवा विशेष अभियान में शामिल हुआ और इस वर्ष की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता’ के अनुरूप, स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया। विभिन्न गतिविधियों को अभियान के तीन स्तंभों में विभाजित किया गया था: 1. स्वच्छता लक्ष्य इकाइयाँ (सीटीयू) – श्रमदान गतिविधियाँ (लक्ष्य इकाइयों का समयबद्ध परिवर्तन और सामान्य सफाई) 2. स्वच्छता में जन भागीदारी (सार्वजनिक भागीदारी, जागरूकता और वकालत) 3. सफाई मित्र सुरक्षा शिविर, निवारक स्वास्थ्य जांच और सामाजिक सुरक्षा कवरेज संस्थान ने 1 अक्टूबर 2024 को एक सामूहिक स्वच्छता अभियान का आयोजन किया, जिसमें प्रोफेसर श्रीपाद कर्मलकर, निदेशक, प्रोफेसर राजेश रोशन दाश, डीन (छात्र मामले), श्री बामदेव आचार्य, रजिस्ट्रार और अन्य वरिष्ठ संकाय सदस्य और कर्मचारी हाउसकीपिंग स्टाफ में शामिल हुए। संस्थान के मुख्य द्वार के सामने सड़क की सफाई की गई। 2 अक्टूबर 2024 को महात्मा गांधी की जयंती मनाते हुए संस्थान के सदस्यों ने राष्ट्रपिता को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बोलते हुए, प्रोफेसर श्रीपाद कर्मलकर ने संस्थान में एकल- उपयोग प्लास्टिक के निषेध पर जोर दिया। इस अवसर पर सफाई मित्र पुरस्कार वितरण के अलावा पूर्व में स्वच्छता ही सेवा पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिताओं के पुरस्कार परिसर के छात्र-छात्राओं एवं बच्चों को सौंपे गये। प्रोफेसर राजेश रोशन दाश और श्री बामदेव आचार्य ने भी इस अवसर पर बात की और संस्थान परिसर की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए क्रियान्वित और योजनाबद्ध विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला। श्री आचार्य ने उल्लेख किया कि संस्थान एक नई पहल लागू करने की योजना बना रहा है जिसके तहत संकाय सदस्यों और कर्मचारियों सहित संस्थान के सभी सदस्य परिसर की स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रति वर्ष 100 घंटे (प्रति सप्ताह 2 घंटे) श्रमदान देंगे। स्वच्छता ही सेवा मिशन के उद्देश्य को सफल बनाने के लिए संस्थान के संकाय सदस्य, कर्मचारी, छात्र और निवासी बहुत उत्साह के साथ इस अभियान में शामिल हुए।

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