-अशोक पाण्डेय
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कौन गलत है और कौन सही है; यह मेरे अनुचिंतन का विषय नहीं है। हां, कैलास है,कैलाश नहीं। कैलास पर्वत एक अलौकिक और रमणिक लोक हैं जहां पर कैलासपति के रूप में भगवान भोलेनाथ अपनी पत्नी पार्वती जी, पुत्र दो कार्तिकेय और गणेश के साथ विराजमान हैं। भगवान शिव मुण्डमाल धारण कर तथा अपने कण्ठ में सर्पमाल धारणकर रहते हैं। देवी पार्वती सुंदर और सुगंधित फूलों की माला धारण कर रहती हैं। भोलेनाथ के एक पुत्र कार्तिकेय छ: मुख वाले हैं वहीं गणेश लंबी सूंढ़ और बड़े पेटवाले हैं। भगवान शिव का वाहन नंदी बैल है। पार्वती का वाहन सिंह है। कार्तिकेय का वाहन मोर है जबकि गणेश का वाहन मूषक अर्थात् चूहा है। ऐसा होने पर भी भोलेशंकर के परिवार में हमेशा एकता रहती है।
मान्यवर, मेरा यह व्यक्तिगत मत है कि आपके भी परिवार में विभिन्नता अवश्य होगी लेकिन आप भी कैलासपति के परिवार से एकता का संदेश ग्रहण कर सुखी पारिवारिक जीवन अवश्य जीएं!
-अशोक पाण्डेय









