-अशोक पाण्डेय
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आज होलिका दहन है। इसलिए आप दूसरों के साथ भूलकर भी वैसा व्यवहार न करें जो अगर आपके साथ अगर कोई करे तो आपको भी अच्छा नहीं लगे। होलिका कभी नहीं सोची थी कि वह स्वयं आग में जलकर भस्म हो जाएगा। वह तो यह सोची थी कि प्रहलाद को जलाकर भस्म कर देगी।
बंधुवर, व्यवहार अच्छा रखें!
-अशोक पाण्डेय