प्रेम का रंग हमेशा लाल होता है। लाल रंग धार्मिकता का भी प्रतीक है। लाल रंग का लौकिक और अलौकिक दोनों रूपों में महत्त्व है। प्रति वर्ष आषाढ़ शुक्ल द्वितीया के दिन श्री जगन्नाथ पुरी धाम में जो जगन्नाथ भगवान की रथयात्रा अनुष्ठित होती है उसमें तीनों रथ (तालध्वज,देवदलन और नंदीघोष रथ पर ) के एक परिधान लाल ही होते हैं।
इसलिए आप भी इस वर्ष की होली से लाल रंग से ही होली खेलें!
-अशोक पाण्डेय









